कुछ मुद्दों पर सहमति, MSP पर अड़े किसान, गतिरोध अब भी बरकरार
केन्द्र सरकार के तीन मंत्रियों ने चंडीगढ़ में की किसानों से बातचीत
Farmers protest in Delhi: चंडीगढ़ में किसानों और केन्द्र सरकार के 3 मंत्रियों के साथ हुई बैठक में कोई खास प्रगति नहीं हुई। माना जा रहा है कि किसान एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के मुद्दे पर बिलकुल भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इस बीच, आज यानी शुक्रवार को किसानों ने बंद का ऐलान किया है। हालांकि सरकार और किसानों के बीच कुछ मुद्दों पर सहमति भी बनी है।
मंत्रियों और किसानों के बीच हुई बैठक के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी मौजूद थे। इस बीच, किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि शुक्रवार को हरियाणा को टोल फ्री रखा जाएगा। भारत बंद के मद्देनजर नोएडा में धारा 144 लगा दी गई है। बैठक देर रात 11.30 बजे तक चली।
बताया जा रहा है कि कुछ मुद्दों पर सहमति बन गई है, लेकिन एमएसपी पर गारंटी देने का मामला, लखीमपुर खीरी के अजय मिश्रा टेनी और कर्ज माफी पर पेंच फंसा हुआ है। ऐसे में किसान जल्द ही अपनी जगह से हटने वाले नहीं हैं।
17 फरवरी तक बंद रहेगा इंटरनेट : किसान आंदोलन के चलते हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद रहने की समय सीमा और बढ़ा दी गई। पहले 15 फरवरी तक की इंटरनेट सेवा बंद की समय सीमा बढ़ाई गई थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 17 फरवरी कर दिया गया है। प्रदेश के 7 जिलों अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल,जींद, फतेहाबाद और सिरसा में इंटरनेट सेवाएं 17 फरवरी रात 11:59 बजे तक बंद रहेंगी।
नोएडा पुलिस का परामर्श : गौतमबुद्ध नगर यानी नोएडा पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि शुक्रवार को किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के मद्देनजर जिले भर में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की जाएगी, जिसमें अनधिकृत सार्वजनिक सभाओं पर रोक भी शामिल है।
पुलिस ने दिल्ली जाने और आने वाले यात्रियों को नोएडा में किए गए यातायात परिवर्तन को लेकर आगाह किया और लोगों को असुविधा से बचने के लिए जहां तक संभव हो मेट्रो सेवा का इस्तेमाल करने के लिए आग्रह किया है। पुलिस ने एक बयान में कहा कि संयुक्त किसान संगठन (एसकेएम) और विभिन्न संगठनों द्वारा शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन जैसे विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। इसलिए 16 फरवरी को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू की जाती है।
क्या कहा टिकैत ने : किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमने 'ग्रामीण भारत बंद' के बारे में बात की है। किसान शुक्रवार को अपने खेतों में न जाएं। यह कल एक बड़ा संदेश देगा। इस आंदोलन की एक नई विचारधारा है, एक नई पद्धति है। हाईवे बंद नहीं होंगे, बैठकें जारी रहेंगी और हम वहीं निर्णय लेंगे।
उन्होंने कहा कि 17 फरवरी को सिसौली में होगी मासिक पंचायत। एमएसपी पर हमारी मांग तो है, लेकिन पंजाब और हरियाणा में जो घटनाएं हो रही हैं, उस पर रणनीति बनानी होगी। हमने कहा है कि इसके लिए भीड़ के रूप में इकट्ठा न हों, जहां तक बंद का सवाल है, हमने लोगों से स्वेच्छा से भाग लेने का आग्रह किया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala