पुणे। महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी उठापटक देखने को मिल रही है। एक तरफ अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता का नारा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में विपक्षी महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस-उद्धव गुट-एनसीपी) गठबंधन में मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं। जित पवार ने ईवीएम मुद्दे पर अपनी राय देकर विपक्ष की टेंशन बढ़ा दी है। अजित ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ भी की हैं।
महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता अजित पवार ने शनिवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) विश्वसनीय है और कोई एक व्यक्ति इस मशीन से छेड़छाड़ नहीं कर सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव हारने वाले राजनीतिक दल अपने प्रदर्शन के लिए अक्सर ईवीएम को जिम्मेदार ठहराते हें लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि चुनावी हार जनादेश होता है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता ने ईवीएम को क्लीन चिट देने से कुछ दिन पहले 2014 के चुनावों में भाजपा की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करिश्मा को श्रेय दिया था और कहा था कि देश में प्रधानमंत्री की अकादमिक डिग्री से ज्यादा महंगाई और युवाओं के लिए रोजगार ज्यादा महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।
अजित पवार ने पत्रकारों से कहा कि मैं ईवीएम पर भरोसा करता हूं। एक अकेला व्यक्ति ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं कर सकता। यह बड़ी प्रणाली है और इसमें कई स्तर होते हैं। हालांकि, चुनावों में हार का सामना करने वाली पार्टी वोटिंग मशीन को जिम्मेदार ठहराती है लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि चुनाव परिणाम जनादेश है।
राकांपा नेता शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के मुखपत्र सामना के शनिवार संस्करण में प्रकाशित एक संपादकीय पर सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें दावा किया गया कि भाजपा ईवीएम को हैक करके चुनाव जीतती है और इसमें ईवीएम हटाने के लिए बांग्लादेश के निर्वाचन निकाय को बधाई दी गयी है।
पवार ने कहा कि अगर ईवीएम में खामी होती तो विपक्षी दल छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, पंजाब, केरल, तमिलनाडु समेत विभिन्न राज्यों में सरकार नहीं बना पाते। भारत जैसे बड़े देश में एक अकेला व्यक्ति ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं कर सकता। अगर किसी तरह यह साबित हो जाता है कि वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ की गयी है तो देश में बड़ी अराजकता पैदा हो जाएगी। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma