अयोध्या। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर काबिज होने के बाद एकनाथ शिंदे रविवार को पहली बार अयोध्या पहुंचे और राम लला के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण का सपना अब पूरा हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अयोध्या की मिट्टी को अमरावती लेकर जाएंगे और वहां बजरंगबली की 111 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करेंगे।
शिंदे ने कहा कि हम लोगों ने अयोध्या में राम लला के दर्शन किए और मंदिर निर्माण का काम भी देखा। मुझे खुशी है कि हम इस बार प्रभु रामचंद्र जी का धनुष-बाण (शिवसेना का चुनाव चिन्ह) लेकर आए हैं।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि हमारे हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का जो सपना था, लाखों-करोड़ों राम भक्तों का जो सपना था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो, वह अब पूरा हो रहा है।
शिंदे ने कहा कि सभी को लगता था कि राम मंदिर का निर्माण कैसे होगा? पहले कुछ लोग कहते थे कि मंदिर वही बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबको झुठला दिया है और राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया। मंदिर भी बन रहा है और मोदी ने तारीख भी बता दी है।
यही नहीं, जो लोग पूछ रहे थे, उन्हें घर का रास्ता भी दिखा दिया है। मैं आप सबको धन्यवाद दूंगा कि राम मंदिर का सपना अपनी आंखों के सामने पूरा होते दिखाई दे रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और इस राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए सागौन की लकड़ी महाराष्ट्र से आ रही है। यह बहुत सौभाग्य की बात है कि राम मंदिर निर्माण में महाराष्ट्र का भी छोटा सा योगदान दिखाई पड़ रहा है।
शिंदे ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कहते हैं कि रावण राज है, अब मैं उन लोगों से पूछूंगा कि जिसने हनुमान चालीसा का पाठ करने वाली सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा को देशद्रोह के आरोप में जेल में डालने का पाप किया था, वह रावण है या राम है?