नई दिल्ली। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को दो दिन के लिए सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जा रही हैं जहां वह इन राज्यों में चीन से लगती सीमाओं पर स्थिति की समीक्षा करेंगी।
सिक्किम सेक्टर में भारत-चीन-भूटान ट्राईजंक्शन क्षेत्र में चीनी सेना के साथ गतिरोध समाप्त होने के बावजूद डोकलाम से लगती चुम्बी घाटी में चीनी सैनिकों की बढ़ती तैनाती के कारण क्षेत्र में हालात हर साल की तरह सामान्य नहीं हैं। अमूमन इस समय तक चीनी सैनिक इस क्षेत्र से हटना शुरू कर देते हैं, लेकिन इस बार वापस लौटने के बजाय पांच सौ से भी अधिक चीनी सैनिक क्षेत्र में डटे हुए हैं।
चीनी गतिविधियों को देखते हुए भारत ने भी सेना को इस क्षेत्र में हाई अलर्ट पर रखा है और क्षेत्र में हो रही गतिविधियों पर भारतीय सैनिकों की कड़ी नजर है। इन परिस्थितियों को देखते हुए सीतारमण की इस यात्रा को भविष्य की रणनीतियों के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार रक्षामंत्री को वायु सेना के कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेना है, जिसके बाद वह डोकलाम गतिरोध की पृष्ठभूमि में चीन से लगती सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगी। वह क्षेत्र के सैन्य कमांडरों के साथ भी बात करेंगी और रक्षा तैयारियों का जायजा लेंगी।
इस बीच डोकलाम क्षेत्र में गतिरोध की जगह से कुछ किलोमीटर दूर चीन द्वारा पहले से बनी अधूरी सड़क को चौडा और लंबा किए जाने की रिपोर्टों से भी इस तरह के संकेत मिल रहे हैं कि क्षेत्र में सब कुछ पूरी तरह सामान्य नहीं है।
वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने गुरुवार को ही कहा था कि चुम्बी घाटी में चीनी सैनिक अभी भी तैनात हैं और उन्हें उम्मीद है कि सैन्य अभ्यास समाप्त होने के बाद वे वापस चले जाएंगे। (वार्ता)