हरिद्वार। महाकुंभ मेले के लिए सरकार द्वारा सुविधाएं न मिलने से नाराज बैरागी संतों ने की 3 अणियों से जुड़े संतों ने अखाड़ा परिषद के बहिष्कार की घोषणा कर दी है।
बैरागी कैम्प में प्रेस वार्ता कर बैरागी संतों की तीन अणियों- निर्वाणी, निर्मोही और दिगंबर अखाड़े से जुड़े संतों ने ये घोषणा की है। दिगंबर अखाड़े के प्रतिनिधि व अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने आरोप लगाया कि कुंभ मेले के लिए सरकार अन्य अखाड़ों के लिए व्यवस्था कर रही है, लेकिन बैरागी संतों के लिए अभी तक कोई सुविधा नही मिली है।
बैरागियों से अलग अन्य अखाड़ों के पीछे पूरी सरकार लगी है। मंत्री और सांसद हरिद्वार से हैं, लेकिन वे बैरागी अखाड़ों की सुध नहीं ले रहे हैं। इसलिए वे घोषणा करते हैं कि उनका अखाड़ा परिषद से कोई संबंध नहीं है, इसलिए तीनों अणि वर्तमान अखाडा परिषद से अलग हो गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने अखाड़ा परिषद के दोबारा चुनाव कराने की मांग की।
निर्वाणी अखाड़े के प्रतिनिधि महंत दुर्गादास ने कहा कि कुंभ मेले में बैरागी कैंप से ही उनके अखाड़ों की धर्मध्वजा और चरणपादुका इत्यादि गतिविधियां संचालित होंगी। पूर्व की तरह ही वो शाही स्नान इत्यादि गतिविधियों में भी शामिल होंगे। वहीं उन्होंने चेतावनी यदि जल्द ही बैरागी संतों के लिए सरकार व्यवस्था नहीं करती तो वह भजन-कीर्तन करेंगे और आंदोलन पर भी बैठेंगे।