Shri Ram Janmabhoomi Temple : श्रीरामजन्मभूमि निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 1949 से प्रभु रामलला जिस टेंट व सिंहासन में रह रहे थे, उसे रामभक्तों व आने वाली पीढ़ियों के दर्शन हेतु राम मंदिर में रखा जाएगा, जिसका भक्तगण दर्शन कर सकेंगे।
यहां आपको जानकारी दे दें कि पांच सौ वर्षों से अधिक समय के लंबे संघर्ष व अनगिनत रामभक्तों के बलिदान के उपरांत यह स्वर्णिम अवसर विश्व के सभी सनातनियों व रामभक्तों के लिए आया कि उनके आराध्य प्रभु श्री रामलला भव्य-दिव्य अपने मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हैं, जिनका दर्शन करने विश्वभर से दर्शनार्थी प्रतिदिन आ रहे हैं।
जिन रामभक्तों ने केवल सुना भर ही था कि उनके आराध्य प्रभु रामलला टेंट में ही सर्दी, गर्मी व बरसात में ही 75 वर्षों तक रहे, वे अब राम मंदिर में ही उस टेंट व उस सिंहासन का भी दर्शन कर सकेंगे, जिस पर रामलला विराजमान थे।