डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर दुष्कर्म मामले में फैसला आने के बाद समर्थकों की हिंसा में करोड़ों रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है, वहीं अब तक दर्जनभर लोगों के मरने की खबरें हैं।
डेरा समर्थकों ने योजनाबद्ध तरीके से हिंसा का तांडव किया। गाड़ियां जलाईं, तोड़फोड़ की। टीवी चैनल न्यूज 18 की खबर के मुताबिक पंचकुला में डेरा समर्थकों ने पथराव कर पुलिस और सुरक्षाबलों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इतना ही नहीं पहली गोली डेरा समर्थकों की ओर से चलाई गई।
जवाब में सुरक्षाबलों को भी गोली चलाई पड़ी। गोलीबारी में 13 लोगों की मरने की खबर है। डेरा समर्थकों की भीड़ जिस तरह अपने साथ पेट्रोल और मिट्टी का तेल लेकर पहुंची थी, उससे यही लग रहा है कि उनकी हिंसा पूर्व नियोजित थी।
इस हिंसा को खुफिया विभाग की नाकामी भी माना जा सकता है, जिसे इतनी बड़ी तोड़फोड़ और हिंसा का अनुमान नहीं लग पाया। हरियाणा सरकार भी इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती, जिसने धारा 144 लगाने के बाद भी हजारों की संख्या में लोगों को इकट्ठा होने दिया।