नई दिल्ली। दिल्ली में पुलिसकर्मियों और वकीलों (LawyersVsDelhiPolice) का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच, दिल्ली पुलिस के जवान सड़क पर उतरकर धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिसकर्मी द्वारका कोर्ट की चौकी छोड़कर चले गए हैं। पुलिसकर्मियों के परिजनों ने दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे को जाम कर दिया है।
हालांकि दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने प्रदर्शनकारी जवानों से काम पर लौटने की अपील की है, लेकिन पुलिसकर्मियों ने अपनी 10 मांगे रखी हैं और यह भी कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो ये लोग अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे और शाम को पुलिस मुख्यालय से इंडिया गेट तक मार्च करेंगे और आगे भी प्रदर्शन को जारी रखेंगे।
प्रदर्शन के कारण मुख्यालय के सामने की सड़क पर आईटीओ पर लंबा जाम लग गया है। यमुना पार जाने वाले वाहन अन्य मार्ग से होकर गुजर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के जवानों ने अपनी मांगों को लेकर हाथों में तख्तियां लिए हुए हैं। एक तख्ती पर लिखा है पुलिस वालों की जिंदगी का भी अजब फसाना है, तीर भी चलाना है और परिंदों को भी बचाना है।
प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों में वकीलों के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है। उनकी मुख्य मांगें हैं...
1. सभी स्तर के न्यायाधीशों की पुलिस सुरक्षा वापस ली जाए।
2. हिंसा में शामिल सभी वकीलों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाए। हिंसा से प्रभावित सभी पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की शिकायत पर मुकदमे दर्ज किए जाएं।
4. अदालतों और वकीलों से पूर्ण असहयोग किया जाए।
5. अदालतों से पूरी तरह सुरक्षा हटाई जाए।
6. यातायात पुलिस वकीलों के साथ कोई नरमी नहीं बरते।
7. वकीलों और उनके तमाम स्टाफ का सभी थानों में प्रवेश बंद हो।
8. पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के लिए भी सुरक्षा कानून बने।
9. दिल्ली पुलिस अधिकारी और कर्मचारी संगठन फिर से बहाल हों।
10. दिल्ली सरकार से पुलिस कोई सहयोग नहीं करे।