नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली में रविवार को हिंसा के कुछ घंटे बाद पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और कुछ लोगों को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ और आगजनी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
उन्होंने बताया कि रविवार दोपहर को दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के पास हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में दाखिल हुई। दक्षिण पूर्व दिल्ली के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने 4 बसों और 2 पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान 6 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर के भीतर से पुलिस पर पत्थरबाजी की गई, जिसके बाद उन्हें भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े। बिस्वाल ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
मनीष सिसोदिया का आरोप, भाजपा ने किया पुलिस का इस्तेमाल : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान बसों को आग लगाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया।
सिसोदिया ने विरोध स्थल की कुछ तस्वीरें भी टि्वटर पर पोस्ट कीं। उप मुख्यमंत्री ने हिंदी में एक ट्वीट में भाजपा पर 'गंदी राजनीति' करने का आरोप लगाते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध के दौरान भड़की हिंसा की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
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