नई दिल्ली। देशभर से आए हजारों किसानों का आंदोलन विकराल रुप लेता जा रहा है। दो दिन के विरोध प्रदर्शन के लिए यहां रामलीला मैदान में एकत्रित हुए किसानों के समर्थन में डॉक्टर, वकील, प्रोफेसर, कलाकार गुरुवार को बड़ी संख्या में सामने आए हैं। ये किसान फसल के वाजिम दाम मिलने के अलावा कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं।
नेशन फॉर फामर्स समूह के करीब 600-700 स्वयंसेवकों ने बिजवासन, मजनू का टीला, निजामुद्दीन और आनंद विहार से प्रदर्शनकारियों के साथ रामलीला मैदान की ओर कूच किया। स्वयंसेवकों में वकील, डॉक्टर और शिक्षाविद् शामिल हैं। उन्होंने ‘दिल्ली चलो’ अभियान के तहत किसानों के मार्च के लिए समर्थन मांगा।
समूह के साथ स्वयंसेवी जाह्नवी ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से आए हमारे स्वयंसेवी बड़ी संख्या में जुटे। हमारे स्वयंसेवकों ने चार जगहों से किसानों के साथ मार्च किया। हमने किसानों के लिए रामलीला मैदान पर एक स्वास्थ्य शिविर भी लगाया है।
संगठन प्रदर्शनरत किसानों के भोजन, पानी और अन्य चीजों समेत मूल सुविधाओं का खर्च उठा रहा है। स्वयंसेवक नियमित अंतराल पर पूड़ी-सब्जी और चाय दे रहे हैं। एम्स, आरएमएल, लोक नायक, हिंदू राव, अरुणा आसिफ अली अस्पताल जैसे दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों के करीब 25 से 30 डॉक्टरों ने रामलीला मैदान पर किसानों के लिए एक नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया।
‘डीयू फॉर फार्मर्स’ नाम का समूह चलाने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय की एक प्रोफेसर आभा देव हबीब ने किसानों को खाने के पैकेट देने के लिए प्रोफेसरों और छात्रों से फंड एकत्रित किया। पंजाब के संगरूर जिले की एक आंगनवाड़ी सहायिका बलविंदर कौर ने कहा कि वह यहां प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने आई हैं।