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Rajendra Nagar Accident के बाद खुली प्रशासन की नींद, दृष्टि IAS कोचिंग की बेसमेंट में चलने वाली क्लास सील, 13 अवैध कोचिंग सेंटर पर भी कार्रवाई

हमें फॉलो करें Rajendra Nagar Accident के बाद खुली प्रशासन की नींद, दृष्टि IAS कोचिंग की बेसमेंट में चलने वाली क्लास सील, 13 अवैध कोचिंग सेंटर पर भी कार्रवाई

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , सोमवार, 29 जुलाई 2024 (20:22 IST)
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में 3 मौतों के बाद प्रशासन की नींद खुली है। इसके बाद ताबड़तोड़ कारवाई की जा रही है। प्रशासन ने दृष्टि IAS कोचिंग की बेसमेंट में चलने वाली क्लास सील कर दी गई है। यहां बेसमेंट में पांच अलग-अलग क्लास चल रही हैं जिस पर अब सरकारी सील लगा दी गयी है। दिल्ली पुलिस यहां तैनात है। नगर निगम ने कोचिंग संस्थानों के गढ़ इस इलाके में 13 अवैध कोचिंग सेंटर को सील कर दिया था। गुस्साये छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गृह मंत्रालय ने कोचिंग हादसे की जांच के लिए कमेटी बनाई है।
आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत : ओल्ड राजेंद्र नगर में तीन छात्रों की मौत मामले के दिल्ली की अदालत ने पांच आरोपियों को सोमवार (29 जुलाई) को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इन पांच आरोपियों में चार कोचिंग के सह-मालिकऔर एक ड्राइवर शामिल है. सभी को 12 अगस्त तक ज्यूडिशियल कस्डटी में भेजा गया. 
 
मुआवजे का मरहम : भारी बारिश के कारण यहां एक कोचिंग सेंटर के ‘भूतल’ में पानी भर जाने की वजह से जान गंवाने वाले तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों में से एक, नवीन दलविन का शव सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवार को सौंप दिया गया। दलविन का शव राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में उनके चाचा लिनु राज को सौंप दिया गया।
 
राज ने कहा, ‘‘हम शाम की उड़ान से उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक स्थान त्रिवेंद्रम ले जाएंगे। हमें घटना के बारे में रविवार की सुबह जानकारी मिली।’’ दलविन को एक प्रतिभाशाली छात्र के रूप में याद करते हुए उनके चाचा ने पिछले सप्ताह दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में आई बाढ़ की घटना पर जवाब मांगा।
 
दलविन (28) के परिवार में माता-पिता और छोटी बहन हैं। दलविन की मां कोच्चि में प्रोफेसर हैं। उन्होंने जब अपने बेटे के मौत की खबर सुनी तो उनकी तबीयत बिगड़ गयी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
उनके पिता दलविन सुरेश सहायक पुलिस आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और उनकी छोटी बहन स्नातक की छात्रा है। दलविन के चाचा लिनु राज ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, "हर किसी को उससे बड़ी उम्मीदें थीं। हमें रविवार सुबह इस घटना के बारे में पता चला और तब से घर में गम का माहौल है। उसकी मां इसे सहन नहीं कर पा रही है और अस्पताल में है।"
 
दलविन जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से पीएचडी कर रहे थे। वह चार साल पहले पीएचडी करने दिल्ली आए थे। सोमवार को दलविन के शव का पोस्टमार्टम किया गया और इसके बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया। उसके चाचा शव को तिरुवनंतपुरम स्थित उनके गांव ले जाएंगे।
 
राज ने कहा कि उनकी एकमात्र मांग कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो। उन्होंने कहा, "हम मुआवजे का क्या करेंगे? दलविन वापस नहीं आएगा। हम बस इतना चाहते हैं कि कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में युवाओं की जान न जाए।" दलविन के जेएनयू के दोस्त भी उनके परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने के लिए मौजूद थे। उनमें से एक, अन्नू ने कहा, "मैंने एक करीबी दोस्त खो दिया है। वह अध्ययनशील और महत्वाकांक्षी था।" उन्होंने कहा, "वह जीवन में वास्तव में कुछ बड़ा हासिल करता"। अन्य दो छात्रों के शव रविवार को उनके परिजनों को सौंप दिए गए थे। हादसे में तीन अभ्यर्थियों की डूबने से मौत हो गई थी।
 
ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार को भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के ‘भूतल’ में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे दलविन सहित तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई।
 
लोकसभा में भी मामला उछला : लोकसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों ने जहां एक ओर जांच की मांग की, वहीं सैकड़ों छात्रों ने पश्चिम दिल्ली में राव आईएएस स्टडी सर्किल के पास विरोध प्रदर्शन जारी रखा, जहां शनिवार रात को यह भयावह घटना घटी थी। इस घटना में तीन छात्रों की मौत हो गई थी क्योंकि वे बेसमेंट में पानी भर जाने से फंस गए थे, जिसका अवैध रूप से इस्तेमाल लाइब्रेरी के रूप में किया जा रहा था।
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जलभराव वाला वाहन जब्त : गिरफ्तार किए गए पांच व्यक्तियों में उस वाहन का चालक भी शामिल है, जिसने जलभराव वाली सड़क पर गाड़ी चलाई थी, जिसके चलते पानी तीन मंजिला इमारत के बेसमेंट में प्रवेश कर गया था। उक्त वाहन को भी जब्त कर लिया गया है। इसके साथ ही गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। कोचिंग संस्थान के मालिक और संयोजक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
 
इंजीनियर हुआ बर्खास्त : लापरवाही और बरसाती नालों से गाद नहीं निकाले जाने के आरोपों से जूझ रहे दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक जूनियर इंजीनियर को कथित चूक के लिए बर्खास्त करने के साथ ही एक सहायक इंजीनियर को निलंबित कर दिया है। एमसीडी आयुक्त अश्विनी कुमार ने संवाददाताओं से कहा, "बरसाती नालों के ऊपर से अतिक्रमणों को हटाया जाएगा।"
 
एमसीडी आयुक्त ने इससे पहले ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि अतिक्रमण करने वालों ने नालों को ढक दिया है, जिसके कारण जलजमाव हो रहा है और बारिश का पानी बेसमेंट में घुस रहा है। वहीं सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे किशोर सिंह कुशवाह ने कहा कि उन्होंने 26 जून को एमसीडी से शिकायत की थी कि राव आईएएस स्टडी सर्किल और अन्य संस्थानों के बेसमेंट से कक्षाएं और पुस्तकालय संचालित किए जा रहे हैं।
 
पार्टियां कर रही हैं राजनीति : इस मामले में आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं से एकदूसरे पर दोषारोपण शुरू कर दिया है। भाजपा ने आप कार्यालय के निकट विरोध प्रदर्शन किया और अरविंद केजरीवाल सरकार के इस्तीफे की मांग की। दिल्ली प्रदेश भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि तीनों छात्रों की मौत दिल्ली और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार के कारण हुई।
 
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में नालों से गाद निकालने का निर्देश जारी करने में कथित रूप से विफल रहे अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर उपराज्यपाल सचिवालय के पास विरोध प्रदर्शन किया।
 
लोकसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों ने राष्ट्रीय राजधानी के एक कोचिंग संस्थान के तलघर में पानी भर जाने से तीन विद्यार्थियों की मौत का मुद्दा उठाते हुए मामले की व्यापक जांच कराने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग केंद्र सरकार से की। साथ ही कई दलों के सदस्यों ने अपनी बात रखी।
 
लोकसभा में शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए नयी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भाजपा की सदस्य बांसुरी स्वराज ने कोचिंग संस्थान के जलमग्न तलघर में डूबने से छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
 
उन्होंने कहा, ‘‘कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में नाले का पानी भर जाने से तीन छात्रों को अपनी जान गंवानी पड़ी। दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण इन बच्चों ने जान गंवा दी। एक दशक से आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता में है लेकिन दिल्लीवासियों के लिए कोई काम नहीं कर रही।’’
 
स्वराज ने कहा कि दिल्ली नगर निगम और दिल्ली जल बोर्ड भी दिल्ली सरकार के नियंत्रण में हैं लेकिन राजधानी में नालों की सफाई नहीं हुई है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाने का अनुरोध किया।
 
जांच की मांग को दोहराते हुए तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि सुरक्षा नियमों का उल्लंघन हुआ है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि नालों की सफाई की जानी चाहिए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
 
एमसीडी सदन में भी हंगामा हुआ, जिसके कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। नगर निगम के अधिकारियों ने ओल्ड राजेंद्र नगर में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया।  सैकड़ों प्रदर्शनकारी कोचिंग संस्थान के पास सड़क पर बैठ गए और मृतकों के परिवारों के लिए न्याय और मुआवजे की मांग की।
 
क्या बोले प्रदर्शनकारी : उत्तर प्रदेश के निवासी राहुल शर्मा ने कहा, "यह घटना फिर से होगी। और भी छात्र मारे जाएंगे। अगर हम अभी कुछ नहीं करेंगे तो हमें अपने साथी छात्रों के लिए न्याय नहीं मिलेगा।" पिछले दो सालों से दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहे राहुल शर्मा ने कहा, "अगर हम अपने लिए नहीं लड़ेंगे तो भविष्य में देश की सेवा कैसे करेंगे? जब हम खुद की और एक छात्र की जान नहीं बचा पा रहे हैं तो हम दूसरों की जान कैसे बचाएंगे? यह सरकार की घोर लापरवाही है।"
 
राज्यपाल ने की मुलाकात : उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। "हमें न्याय चाहिए" के नारे लगाते हुये प्रदर्शनकारी छात्रों ने सक्सेना से पुलिस बैरिकेड के पीछे खड़े होने के बजाय उनके साथ शामिल होने का आग्रह किया।
पुलिस के अनुसार, राव आईएएस स्टडी सर्किल वाली इमारत 2021 में बनी थी और इसके मालिक चार अलग-अलग व्यक्ति हैं। उनमें से एक बेसमेंट का मालिक है, जो आज गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से एक है। पुलिस नालों के गाद निकाले जाने और राव आईएएस स्टडी सर्किल को जारी किए गए ‘क्लीयरेंस सर्टिफिकेट’ के बारे में भी नगर निगम के अधिकारियों से पूछताछ करेगी।
 
एमसीडी बरसाती नालों से गाद निकाले जाने के लिए जिम्मेदार है। आरोप है कि ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में कोचिंग सेंटर के पास जल निकासी व्यवस्था ठीक से काम नहीं कर रही थी, जिसके कारण बड़ी मात्रा में बारिश का पानी सड़क पर जमा हो गया और बेसमेंट में भर गया। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस एमसीडी से नालों की सफाई और इलाके में किए गए निरीक्षणों की संख्या के बारे में भी जानकारी मांगेगी। 
 
राजेंद्र नगर के अलावा, एमसीडी ने यूपीएससी कोचिंग संस्थानों के एक अन्य केंद्र, उत्तर दिल्ली के मुखर्जी नगर में सीलिंग अभियान चलाया। एक अधिकारी ने बताया कि इलाके में अवैध रूप से चल रहे प्रतिष्ठानों के बेसमेंट के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली अग्निशमन सेवा ने राव आईएएस स्टडी सर्किल भवन का अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma

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