DDA buldozer at Rat hole miner home : उत्तराखंड में टनल में फंसे मजदूरों की जान बचाने वाले रैट माइनर्स में से एक वकील हसन के घर दिल्ली विकास प्राधिकरण का बुलडोजर चल गया। मामले पर बवाल मचने पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि उन्हें दूसरा घर दिया जाएगा।
खजूरी खास इलाके की श्रीराम कॉलोनी में रहने वाले रैट माइनर वकील हसन का आरोप है कि दिल्ली विकास प्राधिकरण ने बिना नोटिस दिए मकानों पर बुलडोजर चलाया है।
इस पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि पिछले साल नवंबर में अपनी टीम के साथ उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए सम्मानित रैट माइनर वकील हसन के घर को बुलडोजर ढहा दिया गया। मुझे इसके बारे में बताया गया है और हम निश्चित रूप से मुआवजा देंगे। उन्हें एक घर भी मुहैया कराया जाएगा।
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि जिन्होंने लोगों को बचाकर कई घरों को उजड़ने से रोका, उनका घर तोड़ना अच्छा नहीं। भाजपा सरकार क्या इसी तरह देती है, अच्छे काम का इनाम?
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि मुझे बहुत दुख है। ये बात अलग है कि उनका घर अवैध था। उनका एक ही घर था। उन्होंने देश के लिए बहुत अच्छा काम किया है। घर को लेकर कुछ कानूनी मुद्दे थे। हमने इस पर चर्चा की है और हम उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर मुहैया कराएंगे।
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में DDA, ASI, LNDO और रेलवे जैसी केंद्रीय एजेंसियों ने दिल्ली में 3 लाख से ज्यादा लोगों को बेघर कर दिया है। पुनर्वास की कोई योजना नहीं होने के कारण, वे खुलेआम न्यायालयों में भी हेरफेर कर रहे हैं। बेघरों को फुटपाथों, फ्लाईओवरों और रैनबसेरों पर आश्रय लेते देखा जा सकता है। इस तरह, भाजपा नियंत्रित एजेंसियां दिल्ली शहर को बर्बाद कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि कुछ टीवी चैनलों ने हसन और उनके परिवार को अपने घर के मलबे के बीच बैठकर खाना खाते हुए दिखाया था। बुधवार को जारी एक वीडियो संदेश में हसन ने कहा कि उनका घर तोड़ दिया गया, जिसकी वजह से उनका परिवार बेघर हो गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta