नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र शुक्रवार को चक्रवाती तूफान जवाद में बदल गया है। यह 5 दिसंबर की दोपहर के आसपास ओडिशा में पुरी के समीप तट पर पहुंचेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार शाम तक इसके विशाखापत्तनम पहुंचने की संभावना है। यहां से यह तूफान ओडिशा की तरफ पहुंचेगा। इस दौरान सभी तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा होगी। 4 दिसंबर को बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना बनी हुई। हवा की गति 50-55 किमी / घंटा होने की उम्मीद है। धीरे-धीरे बढ़कर 100 किमी / घंटा हो जाएगी।
5 दिसंबर को जवाद ओडिशा के तट पर ये तूफान पहुंचेगा। तूफान के मद्देनजर आंध्रप्रदेश और ओडिशा में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। राहत और बचाव कार्य के लिए ओडिशा की दक्षिणी तट पर 266 बचाव टीमें तैनात की जा रही है, इसमें NDRF, राज्य फायर सर्विस और ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) की टीमें शामिल है।
आईएमडी ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा कि चक्रवात जवाद आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम से करीब 420 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है यानी यह ओडिशा के गोपालपुर से 530 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अफसरों की उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्र को खाली कराने, आवश्यक सेवाओं की बहाली और तबाही की नौबत आने पर तेजी से स्थित सामान्य बनाने के लिए तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए।
ओडिशा में तट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। तटीय क्षेत्रों में बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मछुआरों को समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है।