वड़ोदरा। एल्युमीनियम के बर्तनों में खाना पकाना, विशेष रूप से डीप फ्राई करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके छोटे छोटे कण भोजन के साथ-साथ आपके शरीर में जाकर आपको अल्जाइमर जैसी बीमारियों से ग्रसित कर सकते हैं। अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें मस्तिष्क की कोशिकाएं धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती हैं।
गुजरात के वडोदरा में स्थित महाराजा शिवाजीराव यूनिवर्सिटी (MSU) के खाद्य और पोषण विभाग के शोधकर्ताओं ने एल्युमीनियम कुकवेयर और अल्जाइमर रोग के बीच एक संबंध की खोज की है।
वड़ोदरा में रहने वाले 60 और उससे अधिक उम्र के ऐसे अल्जाइमर पेशेंट्स पर रिसर्च की गई, जो कई वर्षों से खाना बनाने के लिए एल्युमीनियम के बर्तनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें तीन ऐज कैटेगरी के कुल 90 लोग शामिल थे। वैज्ञानिकों ने बताया कि जब एल्युमीनियम के बर्तनों में भोजन को पकाया जाता है, तो बर्तनों का एल्युमीनियम उच्च तापमान पर पहुंचकर पिघलना शुरू कर देता है और हमारे भोजन में मिल जाता है, जिसे खाने से हमारे मस्तिष्क और पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचता है।
शोधकर्ताओं ने एक और महत्वपूर्ण तथ्य उजागर किया कि एल्युमीनियम की फॉइल में खाना ले जाने वाले लोगों को भी अल्जाइमर होने का खतरा होता है।
कुछ साल पहले अमेरिका की 'एजेंसी फॉर टॉक्सिक सब्सटैंसेस एंड डिसीज रजिस्ट्री' (ATSDR) ने भी अपनी रिसर्च में यह पता लगाया था कि अगर व्यक्ति एल्युमीनियम के बर्तनों में बना हुआ खाना खाता है, तो 5% एल्युमीनियम में का 0.01 हिस्सा उसके शरीर में चला जाता है। इसलिए शोधकर्ता एल्युमीनियम की जगह स्टैलनेस स्टील और ओवन-सेफ ग्लास कुकवेयर के इस्तेमाल की सलाह देते हैं। लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है, क्योकि इन पर किसी अन्य एलिमेंट की कवरिंग नहीं होती।