नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी उस कथित ट्वीट को लेकर शनिवार को विवाद में घिर गए जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए एक ऐसी पंक्ति का उल्लेख किया गया जिसे 1984 के सिख विरोधी दंगों से जोड़कर देखा जाता है।
बाद में चौधरी ने कहा कि इस ट्वीट से उनका कोई लेनादेना नहीं है और यह उन लोगों का दुष्प्रचार है जो उनके प्रति शत्रुता का भाव रखते हैं।
यह ट्वीट अब चौधरी के टाइमलाइन पर उपलब्ध नहीं है, हालांकि कई यूजर का दावा है कि यह विवादित ट्वीट उन्होंने डिलीट कर दिया।
सोशल मीडिया मंचों पर चौधरी के नाम से जिस ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा किया जा रहा है उसमें राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा गया है, 'जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।' इस कथन को सिख विरोधी दंगों से जोड़कर देखा जाता है और विरोधी दल कई बार इसके माध्यम से कांग्रेस पर निशाना साधते हैं।
विवाद खड़ा होने के बाद चौधरी ने सफाई देते हुए कहा, 'ट्विटर अकाउंट में मेरे नाम से आए ट्वीट का मेरी अपनी राय से कोई संबंध नहीं है। उन ताकतों की ओर से यह दुष्प्रचार फैलाया गया है जो मेरे प्रति शत्रुता का भाव रखती हैं।'
भाजपा नेता आमित मालवीय ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, 'अधीर रंजन ने सच को सच कहने का फैसला किया है।'
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस और चौधरी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस को खुद को नीचे करने के लिए किसी दूसरे की जरूरत नहीं है जब वह सेल्फ गोल का काम इतना अच्छा करती हो।