नई दिल्ली। छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को बहाल करने की मांग को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को देशभर में सीबीआई दफ्तरों के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। हालांकि राहुल गांधी दिल्ली में सीबीआई कार्यालय तक पहुंच नहीं पाए, लेकिन उन्होंने सांकेतिक रूप से गिरफ्तारी दी।
राष्ट्रीय राजधानी में सीजीओ परिसर में सीबीआई मुख्यालय के बाहर राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। गांधी के साथ कांग्रेस नेताओं के अलावा वामपंथी नेता भी मौजूद थे। राहुल लोधी रोड पुलिस थाने पहुंचकर सांकेतिक गिरफ्तारी दी। कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि हमने गिरफ्तारी दी।
प्रदर्शन के दौरान राहुल ने कहा कि सीबीआई चीफ को जानबूझकर छुट्टी पर भेजा गया। दरअसल, प्रधानमंत्री राफेल सौदे की जांच नहीं चाहते थे।
भोपाल में भी कांग्रेस कायकर्ताओं ने सीबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। इसमें कांग्रेस नेता शोभा ओझा समेत कई नेता और कार्यकर्ता शामिल थे। चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र में भी कायकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीबीआई निदेशक वर्मा के खिलाफ आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पूरे प्रकरण पर देश से माफी मांगने की मांग की।
कांग्रेस ने बुधवार को सीबीआई के निदेशक को छुट्टी पर भेजे जाने को एजेंसी की स्वतंत्रता खत्म करने की अंतिम कवायद बताया।
सरकार की सफाई : उधर, केन्द्र सरकार ने इस कार्रवाई का बचाव करते हुए इसे ‘अपरिहार्य’ बताया। सरकार ने दलील दी है कि सीबीआई के संस्थागत स्वरूप को बरकरार रखने के लिए यह कार्रवाई जरूरी थी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सीबीआई के दो शीर्ष अधिकारियों को हटाने का सरकार का फैसला केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की सिफारिशों पर आधारित है।
उल्लेखनीय है कि विवाद के केन्द्र में आए वर्मा और सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने मंगलवार देर रात आदेश जारी कर अवकाश पर भेज दिया था। समिति ने आदेश जारी कर एजेंसी के निदेशक का प्रभार संयुक्त निदेशक एम. नागेश्वर राव को सौंप दिया।