नई दिल्ली। महाराष्ट्र में पिछले करीब एक महीने से चल रही सियासी रस्साकशी के बीच बुधवार को कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेताओं की मैराथन बैठक के बाद दोनों पार्टियों ने ऐलान किया कि वे जल्द ही राज्य में शिवसेना के साथ मिलकर नई सरकर का गठन करेंगे। 24 अक्टूबर को राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यह पहली बार है कि कांग्रेस और राकांपा ने खुलकर यह घोषणा की है कि वे महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं।
राकांपा प्रमुख शरद पवार के आवास पर दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि चर्चा सकारात्मक रही और जल्द ही नई सरकार का गठन हो जाएगा। राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चव्हाण ने कहा कि चर्चा अभी एक-दो दिन और चलेगी। चव्हाण ने कहा, आज की चर्चा सकारात्मक रही। अभी कुछ चीजों पर चर्चा होनी है। अगले एक-दो दिनों में और चर्चा होगी। हम महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार देने की आशा करते हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द ही तीनों पार्टियों की सरकार के गठन के बारे में घोषणा की जाएगी। राकांपा प्रवक्ता मलिक ने कहा, वैकल्पिक सरकार बनाने के लिए कई बिंदुओं पर चर्चा की। चर्चा अभी चलेगी। तीनों पार्टियों के साथ आए बिना कोई सरकार नहीं बन सकती। उन्होंने कहा, सरकार हम जल्द बनाने जा रहे हैं। हम जल्द ही इस निर्णय का ऐलान कर देंगे।
सूत्रों के अनुसार, पवार के आवास पर हुई बैठक में महाराष्ट्र में सरकार गठन से जुड़ी रूपरेखा और साझा न्यूनतम कार्यक्रम से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, जयराम रमेश, मल्लिकार्जुन खड़गे, पृथ्वीराज चव्हाण, केसी वेणुगोपाल और बालासाहेब थोरात ने हिस्सा लिया। दूसरी तरफ, राकांपा की ओर से बैठक में सुप्रिया सुले, अजित पवार, जयंत पाटिल और नवाब मलिक शामिल हुए। उधर, महाराष्ट्र में सरकार गठन की कवायद के बीच पवार की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के चलते राजनीतिक पारा और गर्मा गया।
हालांकि राकांपा ने स्पष्ट किया कि यह मुलाकात किसानों के मुद्दे पर थी। पवार ने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश के कारण पैदा हुए कृषि संकट के मद्देनजर किसानों को राहत पहुंचाने के लिए उनसे तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। इस बीच, शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को विश्वास जताया था कि राज्य में अगले महीने तक उनकी पार्टी के नेतृत्व में सरकार बन जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार बनने की तस्वीर अगले 2 दिनों में स्पष्ट हो जाएगी। 24 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से सरकार गठन को लेकर लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला था, लेकिन ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद पर शिवसेना के दावे के बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए।
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