नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है जिसके 3 जनवरी तक जारी रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली के आयानगर और नरेला के स्वचालित मौसम केंद्रों में गुरुवार को न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.8 डिग्री सेल्सियस और 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी), मैदानी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रहने पर शीतलहर की घोषणा करता है। न्यूनतम तापमान के 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम तथा सामान्य से 4.5 डिग्री कम रहने पर भी शीतलहर की घोषणा की जाती है।
दिल्ली में इससे पहले 20 और 21 दिसंबर को शीतलहर का प्रकोप था, जब न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यह इस मौसम का सबसे कम तापमान था। इसके बाद लगातार 2 पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव और उत्तर-पश्चिम हवाओं के धीमा पड़ने से धीरे-धीरे न्यूनतम तापमान बढ़कर 9.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था।
आईएमडी ने 3 जनवरी तक शीतलहर से भीषण शीतलहर की स्थिति रहने का अनुमान लगाया है। न्यूनतम तापमान के 2 डिग्री सेल्सियस तक जाने या तापमान के सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किए जाने पर 'भीषण' शीतलहर की घोषणा की जाती है।
मौसम विभाग ने सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण 4 जनवरी से न्यूनतम तापमान में वृद्धि का अनुमान जताया है जिसके कारण 4 से 7 जनवरी के बीच जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और बर्फबारी हो सकती है। इसके साथ ही 5 से 7 जनवरी के बीच पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम और कुछ जगह तेज बारिश होने का भी अनुमान है।