राजधानी भोपाल में लंबे इंतजार के बाद हुआ मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास कार्यक्रम विवादों की भेंट चढ गया। भोपाल के लोगों का मेट्रो में सफर का सपना साकार करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजधानी के एमपी नगर इलाके में मेट्रो प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी।
कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल मेट्रो का नाम भोज मेट्रो करने का एलान किया तो इसके विरोध में कांग्रेस ही उठ खड़े हुए। मुख्यमंत्री कमलनाथ की घोषणा के बाद मंच से ही स्थानीय कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने नाम बदले जाने का विरोध कर दिया।
विधायक आरिफ मसूद ने मंच पर ही नाराजगी जताते हुए कहा मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहा कि भोपाल मेट्रो का नाम भोपाल मेट्रो ही रहने दें, राजधानी में राजा भोज के नाम पर बहुत कुछ हो चुका है। आरिफ मूसद ने कहा कि भोपाल की पहचाने भोपाल के नाम से है इसलिए मेट्रो का नाम भोपाल मेट्रो की जगह भोज मेट्रो रखने का गलत है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के फैसले का उनके ही सामने सार्वजनिक तौर पर पार्टी विधायक के विरोध करने से कार्यक्रम में सन्नाटा छा गया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद आनफ-फानन में सभी नेता कार्यक्रम स्थल से रवाना हो गए।
भोपाल मध्य सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद पिछले कुछ दिनों से लगातार विवादों से घिरे हुए है। पिछले दिनों कांग्रेस के मानस भवन में हुए कार्यक्रम में आरिफ मसूद ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया का भी विरोध किया ।
भाजपा ने किया स्वागत - भोपाल मेट्रो का नाम भोज मेट्रो करने पर जहां उनकी ही पार्टी के विधायक ने विरोध जताया है वहीं भाजपा इसके समर्थन में आ गई है। भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने मुख्यमंत्री के एलान का स्वागत करते हुए उन्हें बधाई दी। वहीं भोपाल में मेट्रो को लेकर श्रेय लेने की सियासत भी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे अपनी ही सरकार की उपलब्धि बताया है।
भोपाल में मेट्रो का प्लान – भोपाल में 2022 के अंत कर मेट्रो रेल शुरु करने की तैयारी है। राजधानी में दो रूट में कुछ 27.87 किलोमीटर में मेट्रो चलाने की योजना है। इसकी कुल लगात 6941.4 करोड़ आंकी गई है। भले ही भोपाल में मेट्रो के काम की औपचारिक आधारशिला गुरुवार को रखी गई हो लेकिन इस काम पहले से ही शुरु हो चुका है।