नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता चिराग पासवान ने बुधवार को जनता दल (यूनाइटेड) को अपनी पार्टी में विभाजन के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले गुट द्वारा लिए गए फैसलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि पार्टी का संविधान उन्हें ऐसा कोई अधिकार नहीं देता है।
पार्टी में विभाजन के बाद मीडिया के साथ अपनी पहली बातचीत में, उन्होंने खुद को शेर का बेटा बताया और कहा कि वह अपने पिता रामविलास पासवान द्वारा स्थापित पार्टी के लिए लड़ेंगे। विभाजन के लिए जद (यू) को दोषी ठहराते हुए उन्होंने इस घटनाक्रम में भारतीय जनता पार्टी की भूमिका के बारे में सवालों से किनारा कर लिया और कहा कि जो हुआ है, वह एक आंतरिक मामला है, जिसके लिए वह दूसरों को निशाना नहीं बनाएंगे।
पासवान ने कहा कि यह एक लंबी लड़ाई होने जा रही है। उन्होंने कहा कि क्योंकि लोजपा के स्वामित्व का दावा करने के लिए उनके नेतृत्व वाले समूह की लड़ाई पारस के नेतृत्व में पार्टी के पांच अन्य सांसदों के गुट से है।
उन्होंने कहा, मेरे पिता रामविलास पासवान जब जीवित थे, तब भी जद (यू) लोजपा को बांटने के काम में लगी थी, जब मैं बीमार था, तब भी साजिश रची गई थी।(भाषा)