कांग्रेस नेता ने कहा कि कारोबारी समूह गैर-पारदर्शी चुनावी बॉन्ड व्यवस्था के जरिये चंदा देने के लिए आतुर क्यों हैं? कॉरपोरेट समूह चुनावी बॉन्ड के जरिये चंदा इसलिए नहीं देते कि वे लोकतंत्र से प्यार करते हैं। कॉरपोरेट चंदा उन लाभ का आभार जताने का एक माध्यम होता है, जो उन्हें अतीत के वर्षों में मिले हैं।Over Rs 12,000 crore worth Electoral Bonds sold so far. The bulk of the amount has been purchased by corporates and donated to the BJP anonymously
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) March 6, 2023
Why are corporates so eager to donate through the non-transparent Electoral Bonds mechanism?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) March 6, 2023
Corporates do not donate through Electoral Bonds because they love democracy