नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि राम मंदिर ‘विश्वास’ का और सबरीमाला ‘प्रथा’ का मामला है और दोनों को मिलाना नहीं चाहिए।
उनकी यह टिप्पणी ‘अनडॉटेड: सेविंग द आइडिया ऑफ इंडिया’ किताब के विमोचन के दौरान आई। यह किताब पिछले साल प्रकाशित हुए उनके आलेखों का संग्रह है जिसका विमोचन नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी में हुआ।
पूर्व वित्त मंत्री ने सबरीमला और राम मंदिर के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, 'राम मंदिर प्रथा का मामला नहीं है। यह विश्वास का मामला है। जबकि सबरीमला एक प्रथा है जो कि आधुनिक संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है।'