नई दिल्ली। छठ पूजा से भाजपा ने पहले यमुना में खतरनाक रसायन का छिड़काव का आरोप लगाया। यमुना में अभी भी पानी में झाग दिखाई दे रहे हैं। आप नेता और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने इस पर कहा कि केंद्र की नमामि गंगे पहल ने यमुना में एक एंटी-फोमिंग एजेंट का उपयोग करने का भी सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि हर रसायन ज़हर नहीं होता है। छठ पूजा के दौरान श्रद्धालु नदी में पूजा करते हैं और डुबकी लगाते हैं।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार पर छठ पूजा से पहले यमुना से झाग हटाने के लिए उसमें जहरीले रसायन का छिड़काव करने का आरोप लगाया। उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद तिवारी ने दावा किया, 'हमने यमुना की प्रदूषण की स्थिति का जायजा लेने के लिए कालिंदी कुंज क्षेत्र का दौरा किया। हमें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि झाग को छिपाने के लिए एक बहुत ही जहरीले रसायन का छिड़काव किया जा रहा था। जो लोग छिड़काव कर रहे थे वह हमें देखकर तुरंत भाग गए। हमने शिकायत दर्ज कराई है।'
वहीं पश्चिमी दिल्ली के सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यमुना में डुबकी लगाने की चुनौती दी और आरोप लगाया कि आप प्रमुख का गाजीपुर ढलाव घर का दौरा नदी में प्रदूषण के मुद्दे से ध्यान हटाने की एक चाल है।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल हमेशा हिंदू त्योहारों, खासकर छठ पूजा के दौरान यमुना की सफाई को याद करते हैं। जैसे ही छठ पूजा समाप्त होती है, वह (केजरीवाल) अन्य कार्यों में व्यस्त हो जाते हैं और यह सिलसिला जारी रहता है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल पिछले आठ सालों से ऐसा कर रहे हैं और लोग अब इसे समझ रहे हैं। क्योंकि हर बार डुबकी लगाने की बात करने वाले केजरीवाल ने यमुना की सफाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है और यह अमोनिया फास्फोरस की सफेद चादर के रूप में स्पष्ट है। मां यमुना के ऊपर झाग तैर रहा है। वर्मा ने केजरीवाल को यमुना नदी में डुबकी लगाने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा कि वह (केजरीवाल) कहते हैं कि उन्होंने यमुना को साफ कर दिया है और डुबकी लगाएंगे। मैं उनसे अब से दो दिन बाद नदी में डुबकी लगाने का आह्वान करता हूं।
आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में कुछ सीखना चाहिए। केंद्र की नमामि गंगे पहल ने यमुना में एक एंटी-फोमिंग एजेंट का उपयोग करने का भी सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि हर रसायन ज़हर नहीं होता है। हम छठ पूजा पर श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ घाट और झाग मुक्त यमुना मुहैया कराएंगे।
पिछले साल, ऐसी वीडियो और तस्वीरें सामने आई थी जिनमें दिख रहा था कि छठ के दौरान श्रद्धालु झाग से भरी यमुना में पूजा कर रहे थे। इसके बाद आप और भाजपा के बीच राजनीतिक खींचतान शुरू हो गई थी। फिर दिल्ली सरकार ने झाग को दूर करने के लिए बांस की जाली लगाने और पानी के छिड़काव जैसे उपाय किए।
केंद्र ने इस महीने की शुरुआत में एनएमसीजी, ऊपरी यमुना नदी बोर्ड (यूवाईआरबी), उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग, दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी), दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अधिकारियों की एक संयुक्त समिति का गठन किया था। इसका काम छठ पूजा के दौरान यमुना में ओखला बैराज के बाद झाग को नियंत्रित और न्यूनतम करने के लिए समन्वित प्रयास करना है।