पंजाब में खालिस्तानी झंडा फहराने के मामले में 5 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल

Webdunia
गुरुवार, 11 फ़रवरी 2021 (21:14 IST)
नई दिल्ली। एनआईए ने पंजाब के मोगा में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) से जुड़े लोगों द्वारा खालिस्तानी झंडा लगाए जाने से संबंधी मामले में गुरुवार को 6 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया।एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अमेरिका के अलगाववादी संगठन एसएफजे पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया हुआ है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि 14 अगस्त को दो आरोपियों ने मोगा में चार मंजिला उपायुक्त कार्यालय भवन की छत पर पीले रंग का झंडा लगा दिया था, जिस पर खालिस्तान लिखा हुआ था।

उन्होंने कहा कि आरोपियों ने मुख्य द्वार के पास फहर रहे राष्ट्रीय ध्वज की रस्सी को भी काट दिया था। एनआईए अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने एसएफजे के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के उकसावे पर यह अपराध किया था, जिसने इस हरकत के लिए इनाम की घोषणा की थी।

उन्होंने बताया कि मोहाली की विशेष अदालत के समक्ष गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के अलावा आईपीसी की धाराओं में इंद्रजीत सिंह, जसपाल सिंह, आकाशदीप सिंह, जगविंदर सिंह, पन्नू और हरप्रीत सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। अधिकारी ने कहा कि इंद्रजीत सिंह, जसपाल सिंह और आकाशदीप सिंह ने खालिस्तानी झंडा लगाया था।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

सभी देखें

नवीनतम

300 साल पुरानी भोग प्रथा, 2014 में मिला GI टैग, अब प्रसाद में पशु चर्बी, क्‍या है Tirupati Controversy?

चित्तौड़गढ़ के एक गांव में पाषाण युग की शैल चित्रकारी मिली

संभल में दुष्कर्म पीड़िता की हत्या, 20 दिन पहले जेल से रिहा आरोपी ने मारी गोली

प्रियंका पर रीजीजू का पलटवार, संसदीय परंपराओं की याद दिलाई

असुरक्षित भोजन से प्रतिवर्ष 4.2 लाख लोगों की मौत

अगला लेख
More