अमरावती। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी अब भाजपा से नाराज हो गए हैं। हालांकि दोस्ती का हवाला देते हुए उन्होंने भाजपा के साथ विवाद पर बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में तब बोलेंगे, जब भगवा दल गठबंधन जारी रखना नहीं चाहेगा।
नायडू ने अपनी सरकार के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों पर एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मुद्दे के बारे में सोचना भाजपा नेताओं पर निर्भर है।
उन्होंने कहा कि मैं मित्रपक्ष धर्म के चलते कुछ नहीं कहूंगा। उनके नेतृत्व को इस बारे में सोचना चाहिए। मैं बखूबी अपने लोगों को नियंत्रित कर रहा हूं और मैं उन्हें नियंत्रित करूंगा। मैंने यहां तक कि अपने एक नेता को चेतावनी दी, जब उन्होंने तदेपल्लीगुदेम मुद्दा ( राज्य में भाजपा से मंत्री पी माणिकयाला राव और स्थानीय तेदपा नेताओं के बीच एक विवाद से जुड़ा) उठाने की कोशिश की। भाजपा नायडू सरकार का हिस्सा है और कैबिनेट में उसके दो मंत्री भी हैं। (भाषा)