Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

Weather Prediction : पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश की संभावना

हमें फॉलो करें Weather Prediction : पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश की संभावना
, रविवार, 21 जून 2020 (00:57 IST)
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को बारिश होने से प्रचंड गर्मी से काफी राहत मिली, जबकि उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट आई। आईएमडी ने अपने अखिल भारतीय मौसम रिपोर्ट और पूर्वानुमान बुलेटिन में कहा कि  अगले चार से पांच दिनों के दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भारी वर्षा होने की संभावना है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि अगले दो से तीन दिनों में मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार मानसून 24-25 जून के आसपास दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में दस्तक देगा।

राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में सुबह में हुई बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। शहर के अधिकांश हिस्सों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। एक अधिकारी ने बताया कि अगले 4-5 दिनों तक महानगर में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण और 19 जून और 20 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून के उत्तरप्रदेश की ओर बढ़ने के कारण दिल्ली में 27 जून की उसकी सामान्य तिथि से 2-3 दिन पहले मानसून पहुंचने की संभावना है।

पड़ोसी राज्य हरियाणा और पंजाब में अधिकतम तापमान सामान्य सीमा के करीब रहा। मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा में नारनौल का तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।पंजाब के अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में अधिकतम तापमान क्रमश: 39, 38.1 और 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी, चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य सीमा से एक डिग्री कम है। राजस्थान में भी तेज गर्मी का दौर जारी रहा जब अधिकतम तापमान श्रीगंगानगर में 43.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में कई दिनों से तेज गर्मी एवं उमस से आम जनजीवन प्रभावित है।

मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को श्रीगंगानगर में पारा 43.0 डिग्री सेल्सियस तक गया। इसके अलावा बीकानेर में यह 42.5 डिग्री, चुरू में 41.9 डिग्री, जैसलमेर में 41.1 डिग्री, जोधपुर में 40.2 डिग्री, कोटा में 40.2 डिग्री, जयपुर में 40 डिग्री, बाडमेर में 39.9 डिग्री तथा अजमेर में 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है।

मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में अगले सप्ताह आंधी-तूफान और बारिश आने का अनुमान जताया है। शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक मनमोहनसिंह ने कहा कि अगले सप्ताह निचले, मध्यम पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने और ऊंची पहाड़ियों में हिमपात होने का अनुमान है।

उन्होंने कहा कि 22 से 24 जून तक मध्यम ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों और 23 से 24 जून के बीच मैदानी इलाकों में तेज हवाएं चलने के साथ बारिश आने की संभावना है। इस बीच, पहाड़ी राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई।

मध्यप्रदेश के विभिन्न भागों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण प्रदेश में 1 जून से लेकर अब तक 142 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जीडी मिश्रा ने शनिवार कहा कि शनिवार को भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश हो रही है और रविवार सुबह तक भोपाल एवं होशंगाबाद संभागों के जिलों तथा सीधी, सिंगरौली, रीवा, मंडला एवं बालाघाट जिलों में कहीं-कहीं पर भारी वर्षा हो सकती है।

मिश्रा ने बताया कि 'ग्वालियर, भिण्ड एवं जबलपुर जिलों को छोड़कर राज्य के बाकी जिलों में एक जून से 20 जून के बीच औसत से अधिक बारिश हुई है। 1 जून से अब तक मध्यप्रदेश में 131.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 1 जून से 20 जून तक सामान्यत: 54.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है लेकिन इस बार 142 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।
मिश्रा ने बताया कि ग्वालियर में इस अवधि में सामान्यत: 30.2 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन 1 जून से अब तक केवल 16.9 मिलीमीटर बारिश ही दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से भिण्ड एवं जबलपुर जिलों में भी इस अवधि में होने वाली बारिश से कम वर्षा दर्ज की गई है। (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

भारत में Coronavirus संक्रमितों की संख्या 4 लाख के करीब, जून में सामने आए 2 लाख मरीज