नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने लोगों से देश के विकास में योगदान देने के लिए स्वस्थ रहने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
योग के फायदों को रेखांकित करते हुए मांडविया ने कहा कि एक विकसित राष्ट्र के निर्माण के लिए देश के हर नागरिकों का स्वस्थ होना जरूरी है। योग तन एवं मन और विचार एवं क्रिया के मेल का प्रतीक है। यह एक समग्र दृष्टिकोण है, जो स्वास्थ्य एवं कुशलक्षेम के लिए महत्वपूर्ण है। योग केवल व्यायाम नहीं है, यह अपने आप में दुनिया एवं प्रकृति के साथ जुड़ाव के भाव को तलाशने का एक तरीका है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक समृद्ध भारत के लिए हमें एक स्वस्थ भारत की आवश्यकता है और एक स्वस्थ भारत के लिए हमें स्वस्थ नागरिकों की जरूरत है। एक स्वस्थ राष्ट्र ही एक विकसित राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।
मांडविया ने योग को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने कहा कि दुनिया ने समय-समय पर हमारी संस्कृति एवं परंपरा को स्वीकार किया है। योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई थी। हमारे महान दूरदर्शी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सबसे पहले (संयुक्त राष्ट्र) महासभा के 69वें सत्र में अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने का प्रस्ताव रखा था। यह उन्हीं के प्रयासों का नतीजा था कि महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की।
स्वास्थय मंत्रालय द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार देशभर में 75 प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरों पर आजादी का अमृत महोत्सव के तहत योग दिवस मनाया जा रहा है। इस साल इसका विषय मानवता के लिए योग है।