श्रीनगर। एलओसी से सटे मच्छेल सेक्टर में भारतीय सेना के सतर्क जवानों ने दो आतंकियों को ढेर कर घुसपैठ का प्रयास तो नाकाम बना दिया, लेकिन अभी तक बाकी आतंकी हाथ नहीं आए थे। बताया जाता है कि जिस दल के दो सदस्यों को ढेर किया गया उसमें 5 से 7 आतंकी थे। इस बीच दूसरी ओर एलओसी के कई इलाकों में सीजफायर के बावजूद पाक गोलाबारी सीमावासियों का दम निकाल रही है।
सेना के जवानों ने शनिवार की तड़के उत्तरी कश्मीर के मच्छेल (कुपवाड़ा) सेक्टर में एलओसी पर घुसपैठ के एक प्रयास को नाकाम बनाते हुए दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया। फिलहाल, सेना के जवानों ने वहां अन्य आतंकियों के छिपे होने की आशंका के मद्देनजर तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि मारे गए दोनों घुसपैठियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उनके पास से दो एसाल्ट राइफलें व अन्य युद्धक सामग्री भी मिली है।
इस बीच स्थानीय सूत्रों ने बताया कि घुसपैठ करने वाले आतंकियों की संख्या 5 से 7 के बीच थी। एक और घुसपैठिया मारा गया है या गंभीर रुप से जख्मी है। उसे उसके अन्य साथी अपने साथ वापस पाक कब्जे वाले कश्मीर की तरफ लेकर भागे हैं। फिलहाल पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान जारी है।
दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना ने जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय चौकियों और बस्तियों को निशाना बनाकर रातभर गोलीबारी की। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पिछले 4 दिनों से अंतरराष्ट्रीय सीमा तथा एलओसी पर पाकिस्तान लगातार संघर्षविराम उल्लंघन कर रहा है, जिसमें बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और कुछ अन्य घायल हो गए। अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने करीब मध्यरात्रि को अरनिया सेक्टर में भारतीय चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके जवाब में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने भी गोलीबारी की।
अधिकारी ने कहा कि गोलीबारी शनिवार सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर रुकी। अधिकारी ने बताया कि साई, त्रेवा और जबाउल गांवों में पाकिस्तान की गोलीबारी में 1 मंदिर, 2 मकानों और 3 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। रातभर हुई गोलीबारी में 3 मवेशी भी मारे गए।
पाकिस्तानी सेना ने अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शुक्रवार को भी गोलीबारी की थी जिसमें बीएसएफ जवान बिजेंदर बहादुर शहीद हो गए थे और एक गांववासी भी घायल हो गया था।
बृहस्पतिवार को बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में 2 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए थे जबकि जम्मू और पुंछ जिले में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की बिना उकसावे की गोलीबारी में 3 भारतीय जवान घायल हो गए थे।
भारतीय सेना के आंकड़ों के अनुसार इस साल पाकिस्तानी सेना की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं में वृद्धि हुई है। 1 अगस्त तक पाकिस्तानी सेना ने 285 बार संघर्षविराम उल्लंघन किया है जबकि 2016 में पूरे साल ऐसी 228 घटनाएं दर्ज की गई थीं।