पंजाब कांग्रेस में जारी खींचतान के बीच सियासी गलियारों में इस तरह की अटकलें तेज हो गई हैं कि यदि 'दिल्ली दरबार' से सुलह का कोई संतोषजनक फॉर्मूला सामने नहीं आता है तो विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू आम आदमी पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
इन अटकलों को बल सिद्धू के उस ट्वीट से मिला है, जिसमें उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने हमेशा ही पंजाब के लिए किए गए उनके कार्य एवं दूरदर्शिता को पहचाना है। उन्होंने कहा कि चाहे फिर वह किसानों का मुद्दा हो, बिजली संकट, भ्रष्टाचार या फिर गुरुग्रंथ साहब की बेअदबी का मामला हो, लोग भी जानते हैं कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है।
पंजाब कांग्रेस की कलह के बीच सिद्धू के इस ट्वीट को उनका 'मास्टर स्ट्रोक' माना जा रहा है। दूसरी ओर, आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं कि यदि सिद्धू आप में आते हैं तो उनका स्वागत है।
पिछले दिनों सिद्धू ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी, वहीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कहा था कि हाईकमान का जो भी निर्णय होगा, उन्हें मंजूर होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान का फैसला यदि सिद्धू को रास नहीं आता है वे आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि यदि सिद्धू आप में शामिल होते हैं तो आप आगामी विधानसभा चुनाव में फायदा मिल सकता है। पिछले चुनाव में आप 22 सीटें हासिल कर दूसरे स्थान पर रही थी, जबकि कांग्रेस 117 सदस्यीय विधानसभा में 77 सीटें हासिल कर सत्ता में आई थी। अकाली और भाजपा गठबंधन 18 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रहा था। अब भाजपा और अकाली दल का गठबंधन भी टूट चुका है।
पंजाब के पत्रकार हरकिशन शर्मा मानते हैं कि इसमें कोई शक नहीं कि यदि नवजोत सिद्धू आप में शामिल होते हैं तो केजरीवाल की पार्टी को विधानसभा चुनाव में फायदा होगा। क्योंकि सिद्धू भीड़ जुटाने में माहिर हैं साथ ही उनकी राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान है। लेकिन शर्मा यह भी कहते हैं कि सिद्धू का बोलने का अपना स्टाइल है, वे कई बार ऐसा भी बोल जाते हैं जिससे लोग नाराज भी हो जाते हैं। इसके साथ ही आप को चुनाव में 300 यूनिट फ्री बिजली के वादे का भी फायदा मिल सकता है।
हालांकि सिद्धू आप में जाएंगे या नहीं इसका फैसला दिल्ली हाईकमान के निर्णय पर टिका हुआ है। यदि कांग्रेस उन्हें किसी बड़े पद से नवाजती है तो हो सकता है इन अटकलों पर विराम लग जाए, लेकिन फिलहाल तो सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा चल पड़ी है सिद्धू आप का दामन थाम सकते हैं।