कोलकाता/ गुवाहाटी/ पटना/ शिलांग। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बिहार में शनिवार को आहूत बंद के मद्देनजर कई ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं और सड़कें जाम की गईं जबकि पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में स्थिति शांतिपूर्ण रही। बिहार में राजद के हजारों समर्थकों ने संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के तहत राज्यव्यापी बंद लागू करने की कोशिश की। इस दौरान राजधानी पटना में पार्टी के सैकड़ों समर्थक लाठियां और पार्टी के झंडे लेकर रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों में पहुंच गए, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से हटा दिया। प्रदर्शन में बच्चे भी शामिल रहे।
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उत्तरप्रदेश में कल शुक्रवार को हुई हिंसा के चलते मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। बिहार में राजद कार्यकर्ताओं ने गांधी सेतु जाम कर दिया गया है। पटना-हाजीपुर में आगजनी की गई। इससे यातायात ठप हो गया।
वैशाली के भगवानपुर में राजद कार्यकर्ताओं ने मवेशियों के साथ हाईवे एनएच-77 को जाम कर दिया। इन मवेशियों पर टंगे पोस्टरों में लिखा था- मैं विदेशी नहीं हूं और एनआरसी बिल और सीएए का विरोध करता हूं।
उत्तरप्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान हिंसा करने वाले लोगों की पहचान कर ली गई है। किसी निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उप्र में अब स्थिति शांतिपूर्ण है। उत्तरप्रदेश के सीएम योगी राज्यपाल से मुलाकात कर प्रदर्शनों के बाद के हालातों पर चर्चा करेंगे।
बिहार में आरजेडी कार्यकर्ता आगजनी पर उतर आए हैं। बसें बंद होने से आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कार्यकताओं द्वारा रिक्शा चालकों से धक्का-मुक्की की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं।
मेघालय में इंटरनेट सेवा शुरू : मेघालय में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के मद्देनजर पिछले आठ दिन से ठप पड़ी इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है। 12 दिसंबर को इंटरनेट बंद किया गया था।
असम में स्थिति सामान्य : असम में शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण बनी रही। पुलिस ने बताया कि कानून-व्यवस्था सुधरने के मद्देनजर डिब्रूगढ़ में शनिवार को कर्फ्यू में सुबह 6 बजे से 16 घंटे की ढील दी गई। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों के बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) ने दोपहर में गुवाहाटी में धरना देने का कार्यक्रम बनाया है।
9 दिनों की रोक के बाद शुक्रवार को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की गईं जबकि ब्रॉडबैंड सेवाएं 18 दिसंबर से फिर से शुरू कर दी गई थीं।
दिल्ली में 15 गिरफ्तार : पुरानी दिल्ली के दरियागंज में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ एक प्रदर्शन के दौरान हिंसा के संबंध में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक शुरुआत में 10 लोगों को पकड़ा गया था लेकिन बाद में 5 और लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन पर दंगा करने और पुलिसकर्मियों को ड्यूटी निभाने से रोकने के लिए बल प्रयोग करने का आरोप लगाया गया। प्रदर्शन और हिंसा के संबंध में 40 लोगों को हिरासत में लिया गया। इनमें से 8 नाबालिगों को शनिवार तड़के रिहा कर दिया गया।
पश्चिम बंगाल में स्थिति शांतिपूर्ण : पश्चिम बंगाल में किसी तरह की हिंसा की कोई खबर नहीं है और स्थिति अभी तक शांतिपूर्ण बनी हुई है। राज्य में कई हिस्सों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। 13 से 17 दिसंबर के बीच प्रदर्शनों में कई जगह आगजनी और हिंसा की घटना हुईं। माकपा-एसएफआई की छात्र शाखा कानून के खिलाफ भाजपा कार्यालय तक मार्च निकालेगी। हिंसा में कथित संलिप्तता के मामले में अभी तक 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
झंडे और डंडे लेकर प्रदर्शन : राजधानी पटना में पार्टी के सैकड़ों समर्थक लाठियां और पार्टी के झंडे लेकर रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों में घुस गए, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें खदेड़ दिया। पार्टी समर्थकों में बच्चे भी शामिल रहे।
नवादा में बंद समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर प्रदर्शन किया। उन्होंने वहां सड़क पर पहिए जलाए जिससे वाहनों का आवागमन बाधित हुआ। प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फरपुर के जीरो मील चौक पर भी प्रदर्शन किया। अररिया और पूर्वी चम्पारण जिलों में बंद समर्थकों के रेल की पटरियों पर बैठने की खबरें मिली हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में पर्याप्त बलों की तैनाती की गई और संबंधित अधिकारियों के समक्ष परेशानी खड़ी करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटने के लिए कहा है।