लखनऊ। उत्तरप्रदेश के राज्यसभा चुनाव के नतीजे आखिरकार बड़ी गहमागहमी के बाद आ ही गए। राज्यसभा की 9 सीटों पर भाजपा व 1 सीट पर समाजवादी पार्टी ने अपना-अपना परचम लहरा दिया। लेकिन कहीं-न-कहीं 10वीं सीट को लेकर भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में तगड़ी टक्कर हुई और इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
एक और 10वीं सीट को लेकर जहां नतीजे भाजपा के पक्ष में आए तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर मिठाई व आतिशबाजी शुरू कर दी, वहीं बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा साफतौर पर देखी जा रही थी।
वरिष्ठ बसपा नेता सतीशचन्द्र मिश्रा ने देर रात पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पैसे के पॉवर के साथ-साथ सरकारी तंत्र का भी पूरा इस्तेमाल राज्यसभा की वोटिंग के दौरान किया है। भाजपा ने आरओ के माध्यम से धांधली की और मुख्तार अंसारी को वोट देने से रोका गया।
उन्होंने कहा कि बसपा प्रत्याशी को हराने के लिए मुख्तार अंसारी को वोट डालने से रोका गया। मुख्तार अंसारी को वोट डालने के लिए कोर्ट ने इजाजत दे दी थी, लेकिन उनको जेल में डालकर वोट नहीं डालने दिया गया। हम चुनाव आयोग के कहने पर कोर्ट गए और वहां से मुख्तार अंसारी को वोट डालने की इजाजत भी मिल गई थी। ऐसे में प्रशासन उनको जेल से लाकर वोट डलवाने के लिए बाध्य था लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी को वोट डालने से जान-बूझकर रोका गया ताकि भाजपा 9वीं सीट भी जीत सके। जबकि इससे पहले के सभी चुनावों में मुख्तार अंसारी को जेल से लाकर वोट डलवाया गया था। और तो और, हमारे 2 विधायकों को पुलिस के दम पर अगवा कर लिया। उनसे जोर-जबरदस्ती करके वोट लेने का काम किया गया। इतना ही नहीं, जो 2 विधायक दूसरे दल के थे, उनके साथ भी भाजपा ने जबरदस्ती की और उनसे वोट लिया गया।