नई दिल्ली। सरहद पर तैनात बीएसएफ के जवानों को अब अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। बीएसएफ ने जवानों के बच्चों की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए ऑनलाइन सॉल्यूशन 'प्रेपमंत्रा' मुहैया कराया है।
बीएसएफ के प्रवक्ता शुभेन्दु भारद्वाज ने बताया कि 13063 जवानों के बच्चे प्रेपमंत्रा के जरिये इंजीनियरिंग और मेडिकल सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। बैंकिंग, मेडिकल, इंजीनियरिंग, सिविल सेवा, प्रबंधन और रक्षा क्षेत्र सहित अन्य तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए लोकप्रिय ऑनलाइन सॉल्यूशन प्रेपमंत्रा को बीएसएफ अपने जवानों के बच्चों को मुफ्त में मुहैया करा रही है।
पिछले साल इस सुविधा के शुरू होने के बाद छह महीनों में प्रेपमंत्रा को 13 हजार से अधिक जवानों के बच्चों द्वारा अपनाए जाने से उत्साहित बीएसएफ अब इसके लाभ के बारे में जवानों के बीच जागरुकता अभियान चलायेगी।
भारद्वाज ने बताया कि जागरुकता अभियान में प्राथमिकता दुर्गम इलाकों में सीमा पर तैनात उन जवानों को दी जायेगी जिनके परिवार दूरदराज के ग्रामीण इलाकों रहते हैं। सामान्य तौर पर खुले बाजार में पांच से दस हजार रुपए में मिलने वाला प्रेपमंत्रा बीएसएफ जवानों को मुफ्त में मुहैया कराया जा रहा है। इसे बीएसएफ की आधिकारिक वेबसाइट से प्रेपमंत्रा पर लॉगइन करके पंजीकरण कराया जा सकता है।
भारद्वाज ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में जवानों की तैनाती के कारण उन्हें अपने परिवार से दूर रहना पड़ता है जिससे वे अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के पुख्ता इंतजाम नहीं कर पाते हैं। खासकर जवानों के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बच्चों की परेशानी को देखते हुए बीएसएफ ने प्रेपमंत्रा के साथ करार कर यह सुविधा शुरू की है।
बीएसएफ की इस पहल के उत्साहजनक परिणाम से प्रभावित होकर केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के अंतर्गत आने वाले अन्य अर्धसैनिक बलों ने भी इसे अपनाया है। इसमें केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों को यह सुविधा मुहैया कराये जाने के बाद अब दिल्ली और पंजाब पुलिस के जवान भी इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं।
इस बीच बीएसएफ ने जवानों की वित्तीय बचत के लाभकारी उपायों से जवानों को अवगत कराने के लिये विशेष जागरुकता अभियान शुरु किया है। भारद्वाज ने बताया कि बीएसएफ महानिदेशक के. के. शर्मा की पहल पर जवानों के लिए वित्तीय साक्षरता अभियान चलाया गया है। इसके तहत जवानों को उनके वेतन भत्ते से होने वाली आय से सुरक्षित भविष्य के लिए बचत और निवेश के तरीके बताए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि दुर्गम और दूरदराज के सीमावर्ती इलाकों में कठिन ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ के जवानों के लिये बचत और निवेश जैसे असामान्य एवं जटिल मसलों पर कोई निर्णय ले पाना मुश्किल होता है। इसके मद्देनजर बीएसएफ के विभिन्न केन्द्रों पर वित्तीय साक्षरता कैंप आयोजित किए जा रहे हैं।
इनमें भाग लेने वाले जवान सॉफ्टवेयर की मदद से अपनी मौजूदा आमदनी के आधार पर सेवानिवृत्ति के समय अपनी आय और बचत का सटीक आंकड़ा पता करते हैं। इस आधार पर जवानों को वित्तीय विशेषज्ञों द्वारा अधिकतम लाभ देने वाले सुरक्षित निवेश और बचत के तरीके भी सुझाए जाते हैं। कैंप में जवान अपने परिवार के साथ भी शामिल हो सकते हैं जिससे निवेश और बचत में परिजनों की भी भूमिका सुनिश्चत की जा सके। (भाषा)