जम्मू। भारतीय सीमा सुरक्षाबल के अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्होंने पाकिस्तानी रेंजर्स की दो से तीन सीमा चौकियों तथा मोर्टार प्वाइंट्स को नेस्तनाबूद कर 12 से 15 पाक रेंजरों को भी ढेर कर दिया गया है। बीएसएफ के मुताबिक, यह कार्रवाई अरनिया सेक्टर के निकोवाल एरिया में उस समय की गई जब 2 से 3 घुसपैठियों ने इस ओर आने का प्रयास किया तो उनमें से एक को मार गिराया और इस घुसपैठ के लिए पाक रेंजर्स ने कवरिंग फायर की रणनीति अपनाई थी।
पाकिस्तान की गोलीबारी में बुधवार को भारतीय जवान आरपी हाजरा की मौत हो गई थी। इसके बाद भारतीय सीमा सुरक्षाबल ने पाकिस्तान मोर्टार पोस्ट को निशाना बनाया था। भारतीय जवानों ने पाकिस्तान की गोलीबारी पर सख्त जवाब देते हुए इसके दो से तीन मोर्टार पोस्ट को तबाह कर दिया। बीएसएफ ने अरनिया सेक्टर में एक घुसपैठिए को भी ढेर कर दिया था। अब खबर आ रही है कि 12 से 15 पाक रेंजर भी भारतीय कार्रवाई में मारे गए हैं।
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि बीएसएफ जवानों ने बुधवार को दो से तीन पाकिस्तानी मोर्टार की पोजिशंस का पता लगाया, उन्हें निशाना बनाया और नष्ट कर दिया। बुधवार को ही जम्मू के सांबा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया, इसके बाद बीएसएफ ने माकूल जवाब दिया।
हेड कॉन्स्टेबल आरपी हाजरा उस समय गंभीर रूप से घायल हो गए जब पाकिस्तानी रेंजर्स ने शाम करीब चार बजे जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में सीमा पार से गोलीबारी की। बाद में उनकी मौत हो गई। बुधवार को ही उनका जन्मदिन भी था। इस घटना से कुछ दिन पहले पिछले साल 31 दिसंबर को राजौरी जिले में एलओसी पर सेना के एक जवान की मौत हुई थी।
इंटरनेशनल बार्डर पर पिछले 24 घंटों के दौरान हो रहे घमासान के कारण दहशत का माहौल भी है। लोगों का घरों से निकलना बंद हो गया है। अप्रत्यक्ष तौर पर बीएसएफ लोगों को घरों से बाहर आने को भी मना कर रही है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई थी।
बीते साल 25 दिसंबर की देर शाम भी पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के चक्कां दा बाग सेक्टर में भारतीय सैन्य चौकियों व रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाकर गोलाबारी की थी। इस पर भारत ने कड़ी कार्रवाई कर पाकिस्तान के रावलाकोट सेक्टर के रुख चकरी क्षेत्र में तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था। भारत की इस कार्रवाई में सीमा पार कुछ जवानों के घायल होने की भी खबर थी और कई पाक चौकियां तबाह हो गई थीं।
इस मामले में पाकिस्तान के एक प्रमुख अखबार डॉन की ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक रावलाकोट के रुख चकरी सेक्टर में 25 दिसंबर को फायरिंग हुई थी। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, मारे गए सैनिकों की पहचान सिपाही सज्जाद, सिपाही अब्दुल रहमान और सिपाही एम उस्मान के रूप में हुई थी। पाकिस्तान के घायल सैनिक की पहचान अथाज़ हुसैन के रूप में हुई थी।
भारतीय सेना ने शहादत का बदला लेने के लिए एक अभियान चलाया था। इसके लिए भारतीय सेना ने बकायदा एलओसी पार जाकर कार्रवाई की। यह घटना पाक कब्जे वाले कश्मीर में 59 बलूच यूनिट के 12 डिवीजन में हुई थी। एलओसी पर भारत का पुंछ क्षेत्र है।
बता दें कि यह घटनाक्रम ठीक उसी समय सामने आया था, जिस दिन पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय कुलभूषण जाधव से मिलकर उनका परिवार वहां से रवाना हुआ था। इससे पहले शनिवार 23 दिसंबर को पाकिस्तानी सेना की तरफ से हुई फायरिंग में मेजर सहित भारत के 4 जवान शहीद हो गए थे।