नई दिल्ली। सभी ब्रिक्स देशों ने ब्रिक्स विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचालन समिति की 12वीं बैठक के दौरान भारत द्वारा प्रस्तावित नवाचार सहयोग कार्य योजना (2021-24) पर सहमति व्यक्त की है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने यह जानकारी दी।
भारत ने एक दूसरे के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के अनुभवों को साझा करने और नवप्रवर्तकों तथा उद्यमियों की नेटवर्किंग को सहज बनाने की योजना का प्रस्ताव दिया था। ब्रिक्स साइंस, टेक्नोलॉजी इनोवेशन एंटरप्रेन्योरशिप पार्टनरशिप (एसटीआईईपी) के कार्य समूह ने कार्य योजना का विवरण तैयार किया।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने कहा, इस बात पर सहमति बनी कि प्रस्ताव को संबंधित देश के एसटीआई फोकल प्वाइंट के जरिए ब्रिक्स एसटीआईईपी कार्य समूह को भेजा जा सकता है।डीएसटी ने आठ जुलाई को ब्रिक्स विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचालन समिति की 12वीं बैठक की मेजबानी की।
इसमें सभी ब्रिक्स देशों के विज्ञान मंत्रालयों और एजेंसियों ने भाग लिया। ब्रिक्स अधिकारियों ने बैठक में इस वर्ष के प्रस्तावों के लिए विषयगत क्षेत्रों के बारे में विस्तार से चर्चा की और सर्वसम्मति से 10 क्षेत्रों में सहयोग के लिए सहमति व्यक्त की।(भाषा)