Udayanidhi controversial statement on sanatan : स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से करने पर राजनीतिक बवाल मच गया। भाजपा ने इस मामले को हाथों हाथ लिया वहीं कांग्रेस, राजद समेत इंडिया गठबंधन में शामिल कई दलों ने बयान की निंदा की।
भाजपा ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, घमंडिया गठबंधन का सच! मोहब्बत की दुकान की आड़ में कांग्रेस और राहुल गांधी 'सनातन धर्म के अंत' की बात करने वाली डीएमके का साथ दे रहे हैं। क्या घमंडिया गठबंधन 'सनातन धर्म' को खत्म करना चाहता है?
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घमंडिया गठबंधन का सच!
मोहब्बत की दुकान की आड़ में कांग्रेस और राहुल गांधी 'सनातन धर्म के अंत' की बात करने वाली डीएमके का साथ दे रहे हैं।
— BJP (@BJP4India) September 3, 2023
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राज्यसभा सांसद और राजद नेता मनोज झा ने कहा कि कभी-कभी हमको प्रतीक मुहावरों के अंदर जाकर सोचना होगा...हिंदुस्तान का एक मिजाज रहा है, कई लोगों के सनातन में कई सारी विकृतियां हैं..क्या जाति व्यवस्था अच्छी चीज है।
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि यह देश सभी धर्मों का सम्मान करने के लिए जाना जाता है। हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष है क्योंकि हमारे देश में विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं ताकि देश एकजुट रहे, लेकिन पिछले 9 वर्षों में, भाजपा ने धर्म का राजनीतिकरण किया है। यही कारण है कि कोई भी सामने आता है और धर्म के बारे में कुछ भी कहता है। जिसने यह कहा वह गलत है लेकिन धर्म का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा के नेता जिम्मेदार हैं।
इसके बाद सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में उदयनिधि ने कहा कि मैंने कभी भी सनातन धर्म का पालन करने वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान नहीं किया। सनातन धर्म एक ऐसा सिद्धांत है जो लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटता है। मैं अपने कहे हर शब्द पर दृढ़ता से कायम हूं। मैंने उत्पीड़ितों और हाशिये पर पड़े लोगों की ओर से बात की, जो सनातन धर्म के कारण पीड़ित हैं।