लखनऊ। भगवान हनुमान के विवाद में कूदते हुए बहराइच से भाजपा सांसद सावित्री बाई फूले ने मंगलवार को कहा कि हनुमानजी दलित थे और मनुवादियों के गुलाम थे।
भाजपा सांसद ने कहा, 'हनुमान दलित थे और मनुवादियों के गुलाम थे। अगर लोग कहते है कि भगवान राम है और उनका बेड़ा पार कराने का काम हनुमानजी ने किया था। उनमें अगर शक्ति थी तो जिन लोगों ने उनका बेड़ा पार कराने का काम किया, उन्हें बंदर क्यों बना दिया? उनको तो इंसान बनाना चाहिए था लेकिन इंसान ना बनाकर उन्हें बंदर बना दिया गया। उनको पूंछ लगा दी गई, उनके मुंह पर कालिख पोत दी गई। चूंकि वह दलित थे इसलिए उस समय भी उनका अपमान किया गया।'
उन्होंने कहा कि हम तो यह देखते है कि अब देश तो ना भगवान के नाम पर चलेगा और नाहीं मंदिर के नाम पर। अब देश चलेगा तो भारतीय संविधान के नाम पर। हमारे देश का संविधान धर्मनिरपेक्ष है। उसमें सभी धर्मो की सुरक्षा की गारंटी है। सबको बराबर सम्मान व अधिकार है।
उन्होंने कहा कि किसी को ठेस पहुंचाने का अधिकार भी किसी को नहीं है। इसीलिए जो भी जिम्मेदार लोग बात करें भारत के संविधान के तहत करें, गैर जिम्मेदाराना बात करने से जनता को एक बार सोचने पर मजबूर करता है। (भाषा)