नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि 'आयुष्मान कार्ड' को राज्यों के प्रतीकों और उनकी स्वास्थ्य योजनाओं के नामों के साथ-साथ केंद्र की प्रमुख स्वास्थ्य योजना के साथ प्रस्तुत किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओडिशा को छोड़कर, अन्य सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने कार्ड की 'सह-ब्रांडिंग' के लिए सहमति व्यक्त की है, जिसका नाम बदलकर 'आयुष्मान कार्ड' कर दिया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने योजना के तहत जारी लाभार्थी कार्ड में अधिक एकरूपता और समानता लाने का फैसला किया है, जिन्हें साझा तौर पर आयुष्मान कार्ड नाम दिया गया है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एक मानकीकृत सह-ब्रांडेड कार्ड डिजाइन विकसित किया गया है जो आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) और राज्य-विशिष्ट लोगो दोनों को समान स्थान आवंटित करता है।
इसमें एबी पीएम-जेएवाई के साथ-साथ राज्य योजना का नाम भी होगा। यह कार्ड द्विभाषी-अंग्रेजी और स्थानीय भाषा में होगा। सह-ब्रांडिंग पर मंत्रालय ने कहा कि इसकी परिकल्पना राज्य-विशिष्ट योजनाओं के साथ पीएम-जेएई पारिस्थितिकी तंत्र में एकरूपता बनाए रखने के उद्देश्य से की गई थी।
बयान में कहा गया है कि एनएचए सह-ब्रांडेड कार्ड जारी करने के लिए राज्यों के साथ लगातार संपर्क में है तथा अधिकतर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने सह-ब्रांडिंग के दिशा-निर्देशों को अपनाया है।(भाषा)