Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

दिवाली से पहले दिल्ली में पटाखों पर जंग, भाजपा का सवाल- क्या यह धर्मनिरपेक्ष प्रदूषण है?

हमें फॉलो करें दिवाली से पहले दिल्ली में पटाखों पर जंग, भाजपा का सवाल- क्या यह धर्मनिरपेक्ष प्रदूषण है?
, गुरुवार, 20 अक्टूबर 2022 (13:05 IST)
नई दिल्ली। दिवाली से पहले दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर भाजपा ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ जंग छेड़ दी है। भाजपा ने दिल्ली में दिवाली पर पटाखों के इस्तेमाल को दंडनीय अपराध घोषित करने पर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर हमला बोला और उसे हिन्दू विरोधी करार दिया।
 
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक के बाद एक ट्वीट में कहा कि प्रदूषण के कारण हिन्दुओं के दिवाली पर पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाता है तो वहीं मंत्री बनाए जाने पर राजकुमार आनंद के समर्थक पटाखे फोड़ते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह धर्मनिरपेक्ष प्रदूषण है?
 
पूनावाला ने कहा कि आप हिन्दू विरोधी है। हर वर्ष प्रदूषण के लिए हिन्दुओं और पटाखों पर दोष मढ़ा जाता है जबकि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने कहा है कि दिल्ली में प्रदूषण के मुख्य कारण बायोमास जलाना, गाड़ियों से निकलने वाला धुआं, निर्माण कार्यो, उद्योग और पंजाब में पराली जलाया जाना है।
 
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पिछले साल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि उनके पास बायो डिकंपोजर के रूप में पराली जलाने का समाधान है। उन्होंने कहा कि अब तो पंजाब में भी आपकी सरकार है। फिर भी वहां पराली जलाई जा रही हैं। क्या यह विफल साबित हुआ है। 68 लाख के बायो डिकंपोजर के लिए केजरीवाल के विज्ञापन में 23 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसका नतीजा क्या निकला।
 
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने राजधानी में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया और कहा कि विस्फोटक अधिनियम की धारा 9बी के तहत 5,000 रुपए तक का जुर्माना और तीन वर्ष की जेल होगी।
 
दिल्ली सरकार ने सितम्बर में एक आदेश जारी करके अगले साल एक जनवरी तक सभी प्रकार के पटाखों के उत्पादन, बिक्री और इस्तेमाल पर फिर से पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। पिछले दो साल से इस तरह का प्रतिबंध जारी है।
Edited by : Nrapendra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

UP सरकार देगी गरीब परिवार की बेटियों को शादी हेतु 51 हजार की सहायता