मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नकदी की किल्लत से जूझ रहे लोगों को राहत देते हुए नए साल से एटीएम से नकद निकासी की सीमा बढ़ाकर 4 हजार 500 रुपए प्रतिदिन प्रति कार्ड कर दी है। हालांकि, एटीएम से किए जाने वाले ट्रांजेक्शनों की संख्या में दी गई असीमित छूट की अवधि 30 दिसंबर को समाप्त हो गई तथा अब बैंक पुराने नियमों के अनुसार इस पर शुल्क वसूल सकेंगे।
केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार देर रात जारी अधिसूचना में कहा कि नोटबंदी के बाद नकद निकासी की मौजूदा सीमा की समीक्षा में 1 जनवरी से इसे बढ़ाकर 4500 रुपए प्रति दिन करने का फैसला किया गया है। फिलहाल यह सीमा 2500 रुपए प्रतिदिन प्रति कार्ड है। साप्ताहिक निकासी की सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बचत खातों से प्रति सप्ताह अधिकतम 24 हजार रुपए तथा चालू खातों से 50000 रुपए निकाले जा सकते हैं। इनमें एटीएम द्वारा निकाली गई राशि भी शामिल है।
गत 9 नवंबर से 500 तथा 1000 रुपए के पुराने नोटों को प्रतिबंधित किए जाने के बाद से आरबीआई लगातार नए नोट छाप रहा है तथा बैंकों के माध्यम से बैंक शाखाओं और एटीएम में उनकी आपूर्ति बढ़ाई जा रही है। अब एटीएम में लाइनें काफी छोटी हो गई हैं तथा स्थिति काफी बेहतर हुई है। नए नोटों की उपलब्धता बढ़ने के मद्देनजर आरबीआई ने निकासी की सीमा बढ़ाई है।
नोटबंदी के मद्देनजर एटीएम से किए जाने वाले ट्रांजेक्शनों को 30 दिसंबर तक के लिए पूरी तरह शुल्क मुक्त कर दिया गया था। आरबीआई के पिछले साल अगस्त में जारी निर्देश के अनुसार, आज से मेट्रो शहरों दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता तथा हैदराबाद में हर महीने सिर्फ तीन ट्रांजेक्शन तथा अन्य शहरों में सिर्फ पांच ट्रांजेक्शन अनिवार्य रूप से नि:शुल्क होंगे। बैंकों को इससे ज्याद ट्रांजेक्शनों पर शुल्क लगाने की छूट होगी। सीमा से ज्यादा प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर बैंक 20 रुपए तक शुल्क लगा सकते हैं। (वार्ता)