आतिशी का आरोप, तलाशी लेने के बजाए केजरीवाल के पीए के घर में बैठे रहे ईडी अधिकारी

कहा, ईडी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 7 फ़रवरी 2024 (16:28 IST)
  • छापे केजरीवाल को दबाने के लिए मारे गए
  • ईडी ने मंगलवार को 10 से 12 ठिकानों पर छापेमारी की
  • डीजेबी ठेकेदार से 21 करोड़ रुपए की रिश्वत की जांच जारी
Atishi's allegation against ED officers: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (PA)बिभव कुमार के आवास पर छापा मारने पहुंचे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी तलाशी लेने के बजाए उनके घर के 'लिविंग रूम' में बैठे रहे। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने बुधवार को यह दावा किया है।
 
अधिकारियों ने किसी कमरे की तलाशी नहीं ली : उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने किसी कमरे की तलाशी नहीं ली और न ही कोई दस्तावेज खंगाला। आतिशी ने कहा कि अधिकारियों ने यह तक नहीं बताया कि वे किस मामले की जांच करने के लिए पहुंचे थे। आतिशी के दावों पर ईडी से कोई अभी प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
 
ईडी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ : सूत्रों ने मंगलवार को बताया था कि दिल्ली जल बोर्ड की निविदा प्रक्रिया में अनियमितताओं के संबंध में यह छापेमारी की गई। आतिशी ने कहा कि ईडी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ होगा कि इस तरह की छापेमारी की गई। उन्होंने कहा कि कल (मंगलवार) भाजपा नीत केंद्र सरकार के सबसे पसंदीदा हथियार ईडी ने मुख्यमंत्री के पीए के घर पर 16 घंटे और आप कोषाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता के घर पर 18 घंटे तक छापेमारी की।
 
आतिशी ने कहा कि आपको सुनकर हैरानी होगी कि छापेमारी करने आए ईडी अधिकारियों ने कोई तलाशी नहीं ली। उन्होंने कोई कागज नहीं ढूंढा और जिस मामले की जांच के संबंध में वे आए थे उसके बारे में कोई फाइल या कोइ कागज नहीं मांगा।

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आतिशी ने दावा किया कि 'पंचनामा' दस्तावेज यह दर्शाता है कि ईडी की टीम कुमार के घर से 2 जीमेल (Gmail) खातों के कुछ डाउनलोड और परिवार के 3 फोन अपने साथ ले गई। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी की छापेमारी और कुछ नहीं बल्कि केजरीवाल को दबाने के लिए उन पर किया गया एक हमला है, क्योंकि एक वही हैं जिन्होंने खुलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दी है।
 
आतिशी ने कहा कि पहले एक मामले की जांच के नाम पर छापेमारी की जा रही थी लेकिन अब वे सभी चीजें खत्म हो चुकी हैं। बिना मामलों की जानकारी दिए छापेमारी की जा रही है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में ईडी ने मंगलवार को मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत अपनी जांच के हिस्से के रूप में 10 से 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईडी आप और कुछ अधिकारियों पर एक डीजेबी ठेकेदार से 21 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के आरोपों के मामले की जांच कर रही है।
 
बिभव कुमार के अलावा आम आदमी पार्टी (आप) के कोषाध्यक्ष एन.डी. गुप्ता के कार्यालय, पूर्व डीजेबी सदस्य शलभ कुमार, एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) पंकज मंगल और आप से जुड़े कुछ अन्य लोगों के आवास पर एजेंसी के अधिकारियों ने छापेमारी की थी।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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