डीपफेक और भ्रामक सूचना को लेकर अश्विनी वैष्णव का बयान, लोकसभा चुनाव के बाद लगेगी लगाम

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 8 मार्च 2024 (20:10 IST)
Ashwini Vaishnav's statement regarding deepfake and misleading information : केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि सरकार ने डिजिटल मंचों से समाज और लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने वाली भ्रामक सूचनाओं पर लगाम लगाने के लिए तकनीकी एवं व्यावसायिक प्रक्रिया समाधान मुहैया कराने को कहा है।
ALSO READ: 'डीपफेक' पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती : कोविन्द
वैष्णव ने कहा कि लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद डीपफेक और गलत सूचना के खिलाफ एक सुविचारित कानूनी ढांचे को अंतिम रूप दिया जाएगा। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का इस्तेमाल कर किसी व्यक्ति को वीडियो में गलत ढंग से पेश करने को डीपफेक कहा जाता है।
ALSO READ: चुनाव से पहले जमकर वायरल हो रहे हैं डीपफेक वीडियो
भारत में चुनाव का मौसम नजदीक आने के साथ डिजिटल मंचों ने चुनावी सत्यनिष्ठा सुनिश्चित करने की कोशिशें बढ़ा दी हैं। इस दौरान सरकार ने भी सलाह और संदेशों के माध्यम से सोशल मीडिया एवं अन्य मंचों पर प्रसारित होने वाले डीपफेक और गलत सूचनाओं के प्रति अपने कठोर रुख को दर्शाया है।
 
भ्रामक सूचना समाज, लोकतंत्र, चुनावी प्रक्रिया के लिए हानिकारक : वैष्णव ने पिछले दिनों बातचीत में इस मसले पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, हमारे जैसे जीवंत और विविधतापूर्ण लोकतंत्र में गलत सूचना वास्तव में बहुत हानिकारक हो सकती है। भ्रामक सूचना समाज, लोकतंत्र, चुनावी प्रक्रिया के लिए हानिकारक हो सकती है और यह हमारे भविष्य एवं समाज के सद्भाव को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर सकती है।
 
डीपफेक और भ्रामक सूचना पर कानून के बारे में भी सोचा जा सकता है : उन्होंने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा, हम डिजिटल मंचों के साथ चर्चा के दौरान बहुत स्पष्ट रहे हैं। हालांकि मंचों ने कई कदम उठाए हैं और वे लगातार कदम उठा रहे हैं। चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद हम निश्चित रूप से बेहद सुविचारित कानूनी ढांचा खड़ा करेंगे।
ALSO READ: डीपफेक के खतरों से कैसे निपटेगा भारत
वैष्णव ने इस मुद्दे को प्रस्तावित डिजिटल इंडिया अधिनियम में ही समाहित किए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा, या तो उसके हिस्से के रूप में या डीपफेक और भ्रामक सूचना पर एक अलग कानून के बारे में भी सोचा जा सकता है।
 
Google के AI टूल जेमिनी ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में आपत्तिजनक प्रतिक्रिया दी थी : पिछले हफ्ते सरकार ने सोशल मीडिया एवं अन्य डिजिटल मंचों के लिए परीक्षण के दौर से गुजर रहे एआई मॉडल को चिह्नित करने और गैरकानूनी सामग्री पर रोक लगाने के लिए एक सलाह जारी की थी। इसके कुछ दिन पहले ही गूगल के एआई टूल जेमिनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में आपत्तिजनक प्रतिक्रिया दी थी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

India Pakistan Attack News : भारत के हमलों से डरकर बंकर में छिपे पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ

क्या है भारत का S-400 डिफेंस सिस्टम, जिसने पाकिस्तान के मिसाइल हमलों को किया नाकाम

या खुदा आज बचा लो, फूट-फूटकर रोने लगा सांसद, Pakistan में Operation Sindoor का खौफ

India Attacks On Pakistan : राजस्थान में जिंदा पकड़ा गया पाकिस्तानी JF-17 का पायलट

पाकिस्तान ने जम्मू को बनाया निशाना, मिसाइलों और ड्रोनों से किया हमला, भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब

सभी देखें

नवीनतम

सायरन से कैसे बची जम्मू के एक परिवार की जान, धमाके की आवाज सुन लगा सब कुछ खत्म हो गया

क्या पाकिस्तान के कब्जे में हैं स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह? आखिर क्या है सच्चाई

मीडिया चैनलों में नहीं बजेगा सायरन, जानिए वजह

Maharashtra: साइबर पुलिस ने भारत-पाक सैन्य संघर्ष पर 5000 फर्जी पोस्ट सोशल मीडिया मंच से हटाए

ऑपरेशन सिंदूर की कर्नल सोफिया कुरैशी का रानी लक्ष्मीबाई से क्या है कनेक्शन

अगला लेख
More