कोच्चि। कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए किसी को भी मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी या पार्टी नेता राहुल गांधी की अनुमति की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी के चुनाव नहीं लड़ने के संकेत देने और अशोक गहलोत एवं शशि थरूर के चुनाव लड़ने की संभावना के बीच कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मुकाबला होने के आसार बढ़ गए हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को पार्टी की 'भारत जोड़ो यात्रा' के आज के दिन के पहले और दूसरे चरण के बीच के अवकाश में मीडिया से बातचीत में कहा कि पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के 10 प्रतिनिधियों का समर्थन होने पर कोई भी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र एवं पात्र है।
उन्होंने कहा कि नामांकन दाखिल करने के लिए किसी को भी कांग्रेस अध्यक्ष या राहुल गांधी की अनुमति की जरूरत नहीं है। चुनाव निष्पक्ष एवं पारदर्शी होंगे। देश में कोई भी अन्य पार्टी अपना प्रमुख चुनने के लिए चुनाव नहीं कराती।
इसी के साथ जयराम रमेश ने यह भी कहा कि वे 'कामराज मॉडल' के अनुसार आम सहमति के आधार पर पार्टी अध्यक्ष के चयन में यकीन रखते हैं। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के कामराज के 'दृष्टिकोण' का समर्थन किया, जो उनके मुताबिक पार्टी के नेतृत्व के लिए 'सभी से विचार-विमर्श करें और आम सहमति का उपयुक्त नेता चुनें' की बात कहता है।
जयराम रमेश ने कहा कि अगर आम सहमति बनाना संभव नहीं है तो चुनाव की जरूरत पड़ेगी। हम चुनाव कराने से भाग नहीं रहे हैं। अध्यक्ष पद के दावेदारों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि वे नहीं जानते कि कौन-कौन चुनाव लड़ेगा? जयराम ने स्पष्ट किया कि वे निश्चित तौर पर अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल नहीं होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि वे नहीं जानते कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नामांकन दाखिल करेंगे या नहीं और अगर वे ऐसा करते हैं तो राज्य में क्या होगा? जयराम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में इस तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए एक तंत्र है।
वायनाड से सांसद राहुल गांधी की आगामी योजनाओं से जुड़े सवाल पर जयराम ने कहा कि 23 सितंबर को यात्रा को 1 दिन का विश्राम दिया जाएगा, ऐसे में अगर राहुल दिल्ली जाते हैं तो वे केवल अपनी मां से मिलने के लिए जाएंगे, जो बीमार हैं और जिन्होंने हाल ही में कुछ चिकित्सकीय जांच करवाई है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि वे (राहुल) पिछले 2-3 हफ्तों से अपनी मां से नहीं मिल पाए हैं। वे भी एक इंसान हैं। अगर आपकी मां बीमार हों तो क्या आप उनसे मिलने नहीं जाएंगे? उन्होंने कहा कि मेरे पास अभी तक जो जानकारी है, उसके मुताबिक अगर वे दिल्ली जाएंगे तो सिर्फ अपनी मां से मिलने के लिए, न कि नामांकन दाखिल करने की खातिर।
अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले नेताओं के नाम को लेकर जारी अटकलों के बीच गहलोत के राहुल से मिलने के लिए बुधवार शाम केरल पहुंचने की संभावना है। गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष पद के शीर्ष दावेदारों में से एक और पार्टी की पसंद माने जा रहे हैं।
राजस्थान की राजनीति में गहलोत के प्रतिद्वंद्वी एवं पार्टी नेता सचिन पायलट पहले से ही केरल में हैं। वे बुधवार को यात्रा के पहले चरण में राहुल के साथ शामिल हुए, जो सुबह 10 बजे के आसपास एदापल्ली में रुकी थी। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक गहलोत गुरुवार को 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हो सकते हैं।
गहलोत को अध्यक्ष पद की दौड़ में आगे माना जा रहा है, क्योंकि उन्हें पार्टी के मौजूदा नेतृत्व का समर्थन और विश्वास हासिल होने की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि गहलोत को जी-23 समूह के नेता शशि थरूर से चुनौती मिल सकती है जिन्होंने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है।
हालांकि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने अभी तक अपनी उम्मीदवारी से इंकार करते कहा है कि वे राहुल गांधी को चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही गहलोत ने 1 दिन पहले कांग्रेस विधायकों से यह भी कहा था कि अगर वे पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का फैसला लेते हैं तो उनसे (विधायकों से) नई दिल्ली आने के लिए कहा जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर है। 1 से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।(भाषा)