नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अगले महीने कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे तथा अपनी पार्टी के लिए शुरुआती चुनाव प्रचार करेंगे जहां इस साल के उत्तरार्ध में चुनाव होने हैं।इन 4 राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव में AAP के मैदान में होने की वजह से मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है।
आप सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल चार मार्च को कर्नाटक में पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे। दक्षिणी राज्य कर्नाटक में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है और इस समय वहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।
उन्होंने बताया कि केजरीवाल पांच मार्च को कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे जहां पर इस साल विधानसभा चुनाव होने है। सूत्रों के अनुसार केजरीवाल का 13 मार्च को राजस्थान जाने का कार्यक्रम है जहां की सत्ता पर कांग्रेस काबिज है।
उन्होंने बताया कि एक और चुनावी राज्य मध्यप्रदेश का दौरा केजरीवाल 14 मार्च को करेंगे जहां पर भाजपा का शासन है। छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। एक सूत्र ने बताया, केजरीवाल कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश का क्रमश: चार मार्च, पांच मार्च, 13 मार्च और 14 मार्च को दौरा करेंगे और इन राज्यों में पार्टी के चुनाव प्रचार का बिगुल फूंकेंगे।
इन चार राज्यों के आगामी विधानसभा आप के मैदान में होने की वजह से रोचक होने की उम्मीद है जिसका मनोबल पंजाब, गुजरात और गोवा में पिछले साल हुए चुनाव में मिले मतों से ऊंचा है। केजरीवाल नीत पार्टी ने पिछले साल मार्च में पंजाब की सत्ता पर एकतरफा जीत के साथ कब्जा किया था और भाजपा के गढ़ माने जाने वाले गुजरात में भी पार्टी ने दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान 13 प्रतिशत मतों के साथ पांच सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही थी।
आप ने गोवा विधानसभा में भी पिछले साल अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और दो सीटों पर जीत दर्ज की। इन तीनों राज्यों में पार्टी को मिली सफलता के बाद निर्वाचन आयोग ने उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्रदान किया। आप ने कर्नाटक, छत्तीसगढ़,राजस्थान और मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में वह इन राज्यों में अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी।
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में आप ने कर्नाटक की 224 सीटों में से 28 पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में से 85 पर, राजस्थान की 200 सीटों में 142 पर और मध्यप्रदेश की 230 सीटों में से 208 पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे लेकिन एक भी सीट जीतने में असफल रही थी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)