नई दिल्ली। भारतीय सेना अरुणाचल के चीन सीमा के नजदीक अपना युद्धाभ्यास करेगी। यह पहली बार अपनी नई रणनीति का प्रदर्शन हिमालय के पहाड़ों में करेगी। पश्चिम बंगाल के पानागढ़ स्थित 17वीं कोर के एक युद्धाभ्यास में सेना के इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप (आईजीबी) को उतारा जाएगा।
4 से 6 सप्ताह के इस बेहद महत्वपूर्ण युद्धाभ्यास में 15,000 सैनिक हिस्सा लेंगे। ये 3 आईजीबी के बराबर होते हैं। अभ्यास के दौरान सैनिकों की कार्य दक्षता की क्षमता का आकलन होगा।
इस युद्धाभ्यास में सड़क, रेल और वायुसेना का भी इस्तेमाल होगा। यहां हाल के वर्षों में तैयार किए गए इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी जाना-परखा जाएगा। यह युद्धाभ्यास 'हिम विजय' के नाम से जाना जाएगा। माउंटेन स्ट्राइक कोर का गठन चीन का सामना करने के लिए कुछ वर्ष पहले किया गया था। लद्दाख में माउंटेन वारफेयर की तैयारी जांचने के लिए इस कोर द्वारा एक बड़ा सैनिक अभ्यास किया गया था।
आईजीबी एक डिवीज़न से छोटे होते हैं, लेकिन वे आधुनिक समय के हिसाब से काफी कम समय में ही बड़े सैनिक अभियान को अंजाम देने में सक्षम होते हैं। पश्चिमी सीमा पर 6 और पूर्वी सीमा पर 3 आईजीबी तैनात रहेंगे। (सांकेतिक चित्र)