नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को किसी देश का नाम लिए बगैर कहा कि ऐसे देशों को पहचानने की जरूरत है जो आतंकवादियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
जनरल रावत ने यहां रायसीना डायलॉग-2018 में कहा कि आतंकवादी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में घुसपैठ कर रहे हैं। हमें आतंकवादियों और उन्हें बढ़ावा देने वालों को रोकने की जरूरत है। इसके साथ ही ऐसे देशों को पहचानने की जरूरत है जो आतंकवादियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
जनरल रावत ने कहा कि परमाणु और रासायनिक हथियारों का आतंकवादियों के हाथों में जाने का खतरा मानवता के लिए घातक साबित हो सकता है।
जनरल रावत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया पर कुछ नियंत्रण की जरूरत है क्योंकि आतंकवादी इसका इस्तेमाल अपने हितों के लिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग हमारे खिलाफ दुष्प्रचार के लिए किया जा रहा है। हम लोगों इसके उपयोग को लेकर सावधान रहने की जरूरत है।
गौरतलब है कि सोमवार को सेना दिवस के मौके पर जनरल रावत ने सख्त लहजे में पाकिस्तान को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है और आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ करने में मदद दे रही है। हम अपनी ताकत से उन्हें सबक सिखा रहे हैं। पाकिस्तान की तरफ से किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई का माकूल जवाब दिया जाएगा। (वार्ता)