जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ (Anantnag Encounter) में सेना के एक कर्नल सहित सुरक्षा बल के तीन अधिकारी शहीद हो गए। मुठभेड़ में 2 आतंकियों को भी मार गिराया गया। कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौनेक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
अब देश आतंकियों से मौत का बदला लेने की बातें कर रहा है। मेजर आशीष धौनेक पानीपत के रहने वाले थे। मां भारती की रक्षा में प्राण की आहूति देने वाले मेजर आशीष धौनेक की मां ने कहा कि मेरा बेटा देश का था। हमने उसे देश के लिए दिया था। दु:ख तो बहुत है पर मैं रोऊंगी नहीं। इतना ही नहीं, मां ने रुंधे गले से कहा कि मेरे बेटे की कोई तीन बहन नहीं थी। देश की तमाम बहनें उसकी थीं। सभी की रक्षा के लिए उसने शहादत दी है।
पाकिस्तना के खिलाफ गुस्सा : धोनैक के पड़ोस में रहने वाले एक बुजुर्ग ने पानीपत में संवाददाताओं से कहा, 'हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तान ने छद्म युद्ध छेड़ रखा है। हमारी सेना को ऐसा मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए कि किसी भी मां को अपने बेटे, किसी भी बहन को अपने भाई, किसी पत्नी को अपने पति और किसी बच्चे को अपने पिता को खोने का ऐसा गम न झेलना पड़े।'
धोनैक का परिवार पानीपत के सेक्टर सात में रहता है जबकि उनका पैतृक गांव बिंझोल है। उनके परिजनों ने बताया कि वह अगले महीने घर आने वाले थे।
धोनैक के रिश्तेदारों ने पानीपत में संवाददाताओं को बताया कि उसने देश की खातिर अपने प्राणों की आहूति दी है।
उनके भाई अंशुमन ने बताया कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें उनके (आशीष) जैसा बड़ा भाई मिला।
आशीष को अक्टूबर में पानीपत के अपने नए घर में शिफ्ट होना था। फिलहाल किराए पर रह रहे परिवार ने हाल ही में मकान बनवाया है। इनपुट भाषा Edited by: Sudhir Sharma