Jammu Kashmir News : सच में क्या कश्मीर में आने वाले दिन अशांत होने जा रहे हैं? इसके प्रति वे खुफियाधिकारी चौंका रहे हैं जो यह रहस्योदघाटन कर रहे हैं कि एलओसी से सटे कश्मीर के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों के दौरान बीसियों आतंकी घुस चुके हैं जो बड़े हमलों की ताक में हैं।
ऐसी सूचनाओं के बाद कश्मीर के एलओसी से सटे दर्जनों इलाकों में सघन तलाशी अभियान छेड़े गए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, 30 से 35 आतंकियों के हंदवाड़ा में ही होने की सूचना मिली है जिनकी तलाश में सेना की आरआर बटालियन और स्थानीय पुलिस ने तलाश आरंभ की है। ये सभी लोलाब के जंगलों में शरण लिए हुए हैं जिनके प्रति यह कहा जा रहा है कि यह दल हाल ही में उस पार से आया है।
ऐसे ही कई अन्य दलों के बारामुल्ला, उड़ी, टीटवाल आदि के एलओसी पार से इस ओर के जंगलों में घुस आने की खबरें हैं। खुफियाधिकारी कहते हैं कि उनकी सूचनाएं पुख्ता हैं और उन इलाकों में भी इन आतंकियों की तलाश में तलाशी अभियान छेडे़ गए हैं।
बताया जाता है कि जिन आतंकियों के दलों की तलाश की जा रही है वे हाल ही के दिनों में कवर फायर के लिए की जाने वाली गोलाबारी का लाभ उठा एलओसी क्रास करने में कामयाब रहे थे। फिलहाल सुरक्षा बंदोबस्त के कारण वे अधिक कुछ नहीं कर पा रहे थे पर अब सीमा पार से उन पर बढ़ते दबाव के चलते सुरक्षाधिकारियों को आशंका है कि वे बड़े और खतरनाक हमलों को अंजाम दे सकते हैं।
हंदवाड़ा में तैनात पुलिस अधिकारी कहते थे कि इलाके में आतंकियों के बड़ी संख्या में मौजूद होने की खबरें मिली हैं और उन्हें घेरा भी जा चुका है। बताया जाता है कि कई स्थानों पर सेना की सहायता से चलाए जा रहे तलाशी अभियानों में सुरक्षाबलों और आतंकियों का आमना-सामना भी हुआ है पर अभी तक इन अभियानों में किसी आतंकी के मारे जाने की खबर नहीं है।
याद रहे वर्ष 2020 के मई महीने में हंदवाड़ा में एक भीषण मुठभेड़ में भारतीय सेना को एक कर्नल और एक मेजर रैंक के अधिकारी समेत पांच जवानों की शहादत देनी पड़ी थी तो हंदवाड़ा में ही एक हमले में सीआरपीएफ के 3 जवान शहीद हो गए थे।
इन हमलों और मुठभेड़ों के प्रति अधिकारी दावा करते थे कि इनमें ताजा घुसपैठ करने वाले आतंकी ही शामिल थे। और अब जबकि सेना ने अपने एक कर्नल् व मेजर रैंक के अधिकारी को जिस मुठभेड़ में अनंतनाग में खोया है, उस मुठभेड़ के प्रति अधिकारी दावा करते थे कि उसमें भी ताजा घुसपैठ करने वाले विदेशी भाड़े के सैनिक शामिल हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta