नई दिल्ली। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने संसद के मानसून सत्र को शुक्रवार को 'सार्थक' करार देते हुए विपक्ष के सहयोग को तो स्वीकार किया लेकिन अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने में अड़ंगा लगाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
संसद के मानसून सत्र के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में मानसून सत्र सार्थक रहा है। विपक्ष के सहयोग से कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए और कम अवधि का सत्र होने के बावजूद लोकसभा में 77.94 प्रतिशत और राज्यसभा में 79.95 प्रतिशत कामकाज हुआ।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार संसद में संविधान संशोधन विधेयक लेकर आई थी लेकिन कांग्रेस के रवैए के कारण इसे पारित नहीं किया जा सका।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्यसभा में इस विधेयक में संशोधन पारित कराकर इसे कानून बनने से रोक दिया है। कांग्रेस ने निंदनीय काम किया है। यह गलत है। यह विधेयक लोकसभा में पारित होने के बाद राज्यसभा में लाया गया था। संवाददाता सम्मेलन में संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और एसएस अहलूवालिया भी मौजूद थे। (वार्ता)