नई दिल्ली। कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को शताब्दी का सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए कहा कि इसमें भ्रष्टाचार का आरोप सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर है इसलिए अपने बचाव में मंत्रिमंडल के सहयोगियों को आगे करने की बजाए उन्हें खुद इसका जवाब देना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री ने राफेल के पुराने करार को खारिज कर रक्षा सौदे खरीद प्रक्रिया का उल्लंघन कर नए ढंग से करार किया है और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एचएएल को सौदे से अलग कर चहेती कंपनी को ठेका दिया है। इस सौदे में बड़ा घोटाला हुआ है इसलिए सरकार इससे जुड़े आरोपों पर जांच भी नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि मामला सीधे तौर से प्रधानमंत्री से जुड़ा है। मोदी पर घोटाले का आरोप है लेकिन वे बचाव में वित्तमंत्री अरुण जेटली, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद तथा रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को आगे कर रहे हैं। मंत्रिमंडल के उनके ये सभी सहयोगी बार-बार प्रधानमंत्री की वकालत करते हुए इस सौदे में उन्हें पाकसाफ बताने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन वे जितना बचाव करते हैं, मामला उतना ही उलझ जाता है।
प्रवक्ता ने कहा कि मोदी अक्सर सभी मुद्दों पर बेबाक अपनी बात रखते हैं। वे हर मुद्दे पर बोलते हैं लेकिन यहां सीधा आरोप उन पर है और वे चुप्पी साधे हुए हैं। उनकी चुप्पी कई सवाल खड़े करती है इसलिए उन्हें इस बारे में लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देना चाहिए। (वार्ता)