नई दिल्ली। केंद्र सरकार को राफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय से क्लीनचिट मिलने के बाद एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। भाजपा इसे अपनी जीत बता रही है तो वहीं विपक्ष जेपीसी जांच पर अड़ा हुआ है। इसी बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का हम स्वागत करते हैं। आज सत्य की जीत हुई है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज सिद्ध हो गया है चोर-चोर वही चिल्लाते है जिनको चौकीदार का भय होता। राहुल गांधी देश की जनता को जवाब दें कि वो किस आधार पर देश की जनता को गुमराह कर रहें थे? मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने राफले सौदे में देरी क्यों की? कोर्ट में याचिकाकर्ता क्यों नहीं बने राहुल गांधी? राहुल गांधी राफेल पर खुद सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गए?
शाह ने कहा, देश की आजादी के बाद से एक कोरे झूठ के आधार पर देश की जनता को गुमराह करने का इससे बड़ा प्रयास कभी नहीं हुआ और ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह प्रयास देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष के द्वारा किया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने और अपनी पार्टी के तत्काल फायदे के लिए झूठ का सहारा लेकर चलने की एक नई राजनीति की शुरुआत की और उच्चतम न्यायालय के फैसले ने आज सिद्ध कर दिया है कि झूठ के पैर नहीं होते और अंत में जीत सत्य की ही होती है।
उन्होंने कहा कि राफेल खरीद के संबंध में देश की जनता को गुमराह करने और सेना के बीच में संदेश पैदा करने के लिए राहुल गांधी को देश की जनता से मांफी मांगनी चाहिए। विमान की खरीद की प्रक्रिया को रोकने की कोशिश करके राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि वह राफेल सौदे को लेकर अपनी जानकारी का स्रोत बताएं जिसके आधार पर उन्होंने इस तरह के निराधार आरोप लगाए थे।